Rajiv Gandhi Death Anniversary: इंदिरा गांधी के बाद राजीव गांधी 1984 से 1989 के बीच देश के प्रधानमंत्री रहे
Rajiv Gandhi Death Anniversary
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर पीएम नरेंद्र मोदी ने श्रद्धांजलि दी। राजीव गांधी 1984 से 1989 के बीच देश के प्रधानमंत्री रहे। तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में 1991 में एक चुनावी सभा में उनकी हत्या कर दी गई। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा, ”हमारे पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी जी को उनकी पुण्यतिथि पर मेरी श्रद्धांजलि।”
Rajiv Gandhi Death Anniversary कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी – राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं ने राजीव गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। राजीव गांधी के समाधि स्थल ‘वीर भूमि’ पर सोनिया गांधी, खड़गे, राहुल गांधी और कुछ अन्य कांग्रेस नेताओं ने जाकर श्रद्धांजलि दी।
इसी दौरान राहुल गांधी ने एक तस्वीर X पर पोस्ट की जिसमें वह पिता के साथ की बचपन में दिख रहे हैं। राहुल ने लिखा “पापा, आपके सपने, मेरे सपने, आपकी आकांक्षाएं, मेरी ज़िम्मेदारियां। आपकी यादें, आज और हमेशा, दिल में सदा।”
खड़गे ने X पर लिखा “भारत को एक सुदृढ़ एवं सशक्त राष्ट्र बनाने में उनके उल्लेखनीय योगदान को सदैव याद किया जाएगा।” कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने देश में प्रौद्योगिकी के विकास और कई क्षेत्रों में शांति की स्थापना के लिए किए गए राजीव गांधी के प्रयासों को याद किया।
राजीव गांधी 33 साल पहले शहीद हुए थे। उनका राजनीतिक जीवन बहुत छोटा लेकिन बेहद प्रभावशाली रहा। उन्होंने अपने पीछे अनगिनत विरासतें छोड़ीं हैं। देश में 18 वर्ष के युवाओं का वोट देने का अधिकार, पंचायतों और नगर पालिकाओं का संवैधानिक सशक्तीकरण, कंप्यूटर और टेलीकॉम युग की शूरूआत उनके कार्यकाल में हुआ। 1991 में तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में एक चुनाव प्रचार अभियान के दौरान लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम लिट्टे के सदस्यों ने हत्या कर दी थी।
Rajiv Gandhi Death Anniversary नए भारत के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी का उपयोग, भारत के अंतरिक्ष और परमाणु कार्यक्रमों को मजबूत बनाने जैसे कदम उठाए। खड़गे ने लिखा “21वीं सदी के आधुनिक भारत के स्वप्नदृष्टा, भारतीय सूचना क्रांति के जनक, पंचायतीराज सशक्तिकरण के सूत्रधार, एवं शांति व सद्भाव के पुरोधा, पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न राजीव गाँधी जी के बलिदान दिवस पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि।”
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