Mohammed Shami: टीम इंडिया इस वक्त ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में व्यस्त है, जहां अब तक तीन मुकाबले खेले जा चुके हैं और सीरीज 1-1 की बराबरी पर है। लेकिन टीम को अपने स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की कमी खल रही है। शमी की गैरमौजूदगी में पूरी तेज गेंदबाजी का भार जसप्रीत बुमराह पर है। फिटनेस संबंधी समस्याओं के कारण शमी को दौरे के लिए नहीं चुना गया, और अब विजय हजारे ट्रॉफी के पहले मैच से भी उन्हें आराम दिया गया है, जिससे उनकी फिटनेस को लेकर फिर सवाल खड़े हो गए हैं।
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Mohammed Shami की फिटनेस पर संदेह
पिछले साल वर्ल्ड कप के दौरान चोटिल होने के बाद से शमी लगातार क्रिकेट एक्शन से बाहर रहे। उन्होंने हाल ही में रणजी ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी के जरिए वापसी की और लगातार 7 मैच खेले। इससे उम्मीद थी कि शमी को ऑस्ट्रेलिया दौरे के आखिरी दो टेस्ट मैचों के लिए टीम में शामिल किया जाएगा। लेकिन उनकी फिटनेस पूरी तरह साबित नहीं हो पाई, और यह संभावना अब खत्म हो चुकी है।
विजय हजारे ट्रॉफी में भी पहला मैच मिस
बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन (CAB) ने शमी को विजय हजारे ट्रॉफी के लिए टीम में शामिल किया था, लेकिन अब खबर है कि वह दिल्ली के खिलाफ पहले मैच से बाहर हो गए हैं। यह मुकाबला 21 दिसंबर को हैदराबाद में खेला जाना है। बंगाल एसोसिएशन ने इसे “आराम” बताया है, लेकिन इसने एक बार फिर शमी की फिटनेस को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
रोहित शर्मा का झल्लाना
शमी की चोटों को लेकर चल रही अटकलों ने भारतीय टीम प्रबंधन पर दबाव बढ़ा दिया है। 18 दिसंबर को ब्रिसबेन टेस्ट के बाद जब कप्तान रोहित शर्मा से शमी की फिटनेस को लेकर सवाल किया गया, तो वे नाराज हो गए। रोहित ने कहा, “अब नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) को ही इस मामले पर सफाई देनी चाहिए।”
Mohammed Shami: घुटने की सूजन बनी समस्या
शमी को अक्टूबर में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से वापसी की उम्मीद थी, लेकिन टखने की चोट से उबरने के बाद उनके घुटने में सूजन की समस्या हो गई। यही वजह थी कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए नहीं चुना गया। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान भी वह इस समस्या से जूझते रहे।
Mohammed Shami: टीम इंडिया को शमी की कमी खल रही है
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर शमी की गैरमौजूदगी में भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण जसप्रीत बुमराह पर केंद्रित है। बुमराह के साथ मोहम्मद सिराज और उमेश यादव टीम में हैं, लेकिन शमी की अनुभवहीनता के कारण गेंदबाजी आक्रमण कमजोर नजर आ रहा है। शमी की फिटनेस की स्थिति जल्द स्पष्ट नहीं होने पर भारतीय टीम को आगे की रणनीति में बदलाव करना पड़ सकता है।