भारतीय रुपये मे गिरावट निरंतर ज़ारी है जो थमने का नाम ही नहीं ले रही है ओर अमेरिकी डॉलर के मुक़ाबले रूपया
अपने सबसे निचले स्तर पर आ गया है I अमेरिकी डॉलर के मुक़ाबले रुपये की किम्मत 84.80 के निचले स्तर पर
आ गई है जो अब तक का सबसे निचला स्तर है जिसे देख RBI भी अब कोई कड़ा कदम उठाने पर विचार कर रही हैI
बाजाऱ के जानकारों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शेयर बाजाऱ ओर बॉन्ड मार्केट मे भारी बिकवाली की है
जिसके चलते रुपये पर दबाव बना है ओर इस बिकवाली के चलते विदेशी संस्थागत निवेशक रूपया बेचकर डॉलर
खरीद रहे हैं जिसके कारण रूपया कमजोर हो रहा हैI
सूत्रों के अनुसार RBI आने वाले समीक्षा बैठक मे ब्याज़ दरों मे कटौती करने पर विचार कर रही है जिसके चलते रुपये
को सहारा मिल सकता है क्योंकि अगर ब्याज़ दरों मे कटौती होगी तब ही बाजाऱ मे ज़्यादा निवेश की संभावना बनेगी
ओर ज़्यादा विदेशी निवेश मतलब रुपये को सहारा जिससे इसमें हो रहे गिरावट को शायद सम्बल मिल सकता हैI