Open Phone Policy in Relationship: आजकल का रिलेशनशिप ज्यादा लंबा नहीं चल पता बहुत कम ही होता है कि किसी का रिलेशनशिप बहुत लंबा चले और दोनों शादी के बंधन में बंधे। लेकिन कई बार रिश्ते टूटने की वजह किसी की मजबूरी तो ज्यादातर भरोसा और सक होता है। ऐसे में सक और भरोसे की वजह से कई लोग ओपन फोन पॉलिशी अपने रिलेशनशिप में रखते हैं, चलिए जानते हैं क्या है ‘ओपन फोन पॉलिशी’ और इसके फायदे और नुकसान?
Read More: Hairstyle For Girls: 5 ट्रेंडी हेयर स्टाइल जो देंगे आपको स्टाइलिश लुक…
क्या है ‘Open Phone Policy’
ओपन फोन रिलेशनशिप का मतलब है, दो लोगों के रिलेशनशिप में यूं कहें जो गर्लफ्रैंड और बॉयफ्रैंड है, या पति पत्नी है वो अपने फोन का पासपर्ड बता देते हैं, दोनों के सारे सोशल मीडिया का पासवर्ड पता होता है। दोनों एक – दूसरे से कुछ नहीं छुपाना चाहते। दोनों के फोन में कोई चीज हाइड नहीं रहती है।
इससे रिलेशनशिप को क्या फायदे होते हैं?
Open Phone Policy in Relationship: दोनों के बीच बढ़ेगा विश्वास
अगर पार्टनर एक- दूसरे के साथ पासवर्ड चेंज करते हैं, फोन बिना डर के एक – दूसरे को दे देते है। दोनों में से कौन किससे बात कर रहा दोनों को ये खबर हो इससे दोनों के बीच विश्वास बढ़ता है। और रिश्ता लंबा चलता है।
Read More-Monsoon-tourist-places-madhya-pradesh: मध्यप्रदेश के ये 4 स्थल जो मानसून के लिए है खास
मिसअंडरस्टैंडिग नहीं होती
दोनों जब एक – दूसरे के सामने किसी से बात नहीं करते, कॉल उनसे दूर जाकर उठाते है और फोन अपने पार्टनर को नहीं देते उनसे छुपाकर रखते हैं। कभी पासवर्ड नहीं बताते और अगर पॉर्टनर देख रहा है, और आप मोबाइल छुपा रहें हैं। तो उन्हें आप पर सक होगा। लेकिन अगर आप ‘open phone policy’ रखते है तो गलतफहमी की संभावना बहुत कम हो जाती है।
ट्रांसपैरेंसी का मजबूती
ये पॉर्टनर का एक -दूसरे को भरोसा दिलाने का तरीका होता है कि मेरा तुमसे कुछ नहीं छिपा, वो जिनसे बात करते हैं। जो उनके दोस्त है। और वो क्या फोन में देखते वो दोनों को पता होता है।
रिश्ता टूटने की संभावना कम
अगर दोनों एक – दूसरे से हर बात शेयर करते है। कुछ भी नहीं छुपाते और फोन एक दूसरे को देने से नहीं डरते तो उन लोगों का रिलेशनशिप लंबे समय तक चलता है। क्योकि फिर उनमें सक की गुंजाइश कम हो जाती है।
इसके क्या है नुकसान?
खुद के लाइफ का रिमोट कंट्रोल किसी और के हाथ में
अगर हर चीज आपका पार्टनर जानना चाहता है। या हर चीज बताना जरुरी है तो रिश्ते में सफूकेशन होने लगती है। कई बार उन्हें ऐसा लगता है कि उनकी लाइफ का रिमोट कंट्रोल किसी और के हाथ में है। उनकी लाइफ किसी एक इंसान के ही इर्द – गिर्द होना चाहिए।
पर्सनल स्पेस की जगह नही
कुध की लाइफ का कोई पर्सनल जगह नहीं होती। चाहे वो दोस्तों से चैट हो या पर्सनल नोट्स अगर हर चीज पार्टनर को दिखाना पड़े तो लगता है। या हर चीज बताना पड़े तो लगता कि हमारी कोई खुद की जिंदगी है या नहीं।
NOTE- The information given has been taken from different websites, please take expert advice before adopting the information given.
