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OTT प्लेटफॉर्म पर बच्चों के लिए सेक्सुअल कंटेंट दिखाने का मामला
Notice to Netflix: राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर समन जारी किया। इसमें लिखा है कि नेटफ्लिक्स प्लेटफॉर्म पर सेक्सुअल कंटेंट दिखाया जाता है और यह कंटेंट बच्चों के लिए भी आसानी से उपलब्ध है। यह पॉक्सो एक्ट 2012 का उल्लंघन है।
एनसीपीसीआर ने कहा है कि जून की शुरुआत में इसी मुद्दे पर नेटफ्लिक्स को एक पत्र लिखा गया था, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। वहीं, आयोग की ओर से जारी किए गए नए समन पर नेटफ्लिक्स की तरफ से कोई बयान नहीं आया है। सीपीसीआर अधिनियम, 2005 की धारा 14 के तहत आयोग ने नेटफ्लिक्स से जुड़े अधिकारियों को इस मामले में अब तक उठाए गए कदमों के विवरण के साथ 29 जुलाई को दोपहर तीन बजे उपस्थित होने को कहा है।
नेटफ्लिक्स को 29 जुलाई को पेश होना होगा
ओटीटी प्लेटफार्मों को अपने स्वयं के वर्गीकरण, आयु रेटिंग और सामग्री के स्व-नियमन का पालन करना होगा। अगर ऐसा नहीं होता है तो इस एक्ट की धारा 67, 67ए और 67बी के तहत सरकार आपत्तिजनक कंटेंट को पेश होने से रोक सकती है।
नेटफ्लिक्स की सफलता की कहानी 2004 में शुरू हुई, नेटफ्लिक्स की सफलता की कहानी 2004 में शुरू हुई। जबकि इसकी सालाना आय बढ़कर 3.73 हजार करोड़ रुपये हो गई है। इसके बाद कंपनी की लोकप्रियता और ग्राहकों की संख्या तेजी से बढ़ी। 2005 तक, दुनिया भर में लगभग 5 मिलियन लोगों ने इसकी सदस्यता ली थी। लेकिन यूट्यूब भी 2005 में आया था।
2007 की शुरुआत में, नेटफ्लिक्स ने भी पहली बार अपने ऐप पर वीडियो स्ट्रीमिंग शुरू की। अब ऐप पर वॉच नाउ का विकल्प था। लोग बिना किसी डीवीडी के सीधे अपनी पसंद की फिल्म देख सकते थे। यह कंपनी के लिए गेम चेंजर साबित हुआ। कंपनी ने तब ब्लू-रे, एक्सबॉक्स 360 के साथ एक सौदा किया और अब कंपनी नेटफ्लिक्स पर अपनी सामग्री को स्ट्रीम कर सकती है।
भारत में ओटीटी की शुरुआत की कहानी
ओटीटी को देश में 2008 में लॉन्च किया गया था। पहला निर्भर ओटीटी प्लेटफॉर्म ‘बिगफ्लिक्स’ था। इसे रिलायंस एंटरटेनमेंट ने 2008 में रिलीज किया था। इसके बाद 2010 में डिजिविव ने ‘नेक्सजीटीवी’ नाम से भारत का पहला ओटीटी मोबाइल ऐप लॉन्च किया।
2013 और 2014 में, NexGTV आईपीएल मैचों को लाइव स्ट्रीम करने वाला पहला ऐप बन गया। इसके बाद 2015 में आईपीएल की लाइव स्ट्रीमिंग ने हॉटस्टार (अब डिज्नी+हॉटस्टार) को देश का सबसे लोकप्रिय ओटीटी प्लेटफॉर्म बना दिया।
2013 में, डिट्टो टीवी और सोनी लिव जैसे ऐप भी लॉन्च किए गए थे, जिन्होंने ओटीटी पर स्टार, सोनी, वायकॉम और ज़ी जैसे चैनलों पर प्रसारित शो स्ट्रीमिंग शुरू कर दिए थे। इसके बाद दर्शकों ने इन ओटीटी ऐप्स को बड़े पैमाने पर डाउनलोड करना शुरू कर दिया और जब चाहें अपने पसंदीदा शो देखने लगे।