जालौन जिले के उरई में पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। जेल चौकी इंचार्ज संजय कुमार यति पर आरोप है कि उन्होंने छेड़खानी और पॉक्सो एक्ट जैसे गंभीर अपराध के आरोपी को गिरफ्तार करने के बावजूद रिहा कर दिया।जानकारी के मुताबिक, 15 नवंबर को पुलिस ने आरोपी युवक को एक लड़की के घर से गिरफ्तार किया था। 16 नवंबर को उस पर छेड़खानी और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। लेकिन 19 नवंबर को आरोपी को बिना न्यायालय में पेश किए रिहा कर दिया गया।इस मामले पर जब चौकी इंचार्ज से सवाल किया गया, तो उन्होंने बयान दिया कि आरोपी को दाखिल न करने के कारण छोड़ा गया। इस घटना से जुड़े लड़की के परिजनों ने पुलिस को हिरासत में 15 नवम्बर को आरोपी लड़का गिरफ्तारी के दौरान का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है। मुकदमा लिखने के दौरान पुलिस द्वारा आरोपी को नहीं किया गया दाखिल इसीलिए पुलिस ने मामले को सेटलमेंट करके हिरासत में होने के बावजूद आरोपी को छोड़ दिया गया। जबकि परिजनों द्वारा आरोपी को कर रही पुलिस हिरासत में उसे दौरान का पूरा बनाया था वीडियो जिसको किया गया वायरल।