NEET 2025: जोधपुर जिले के चावण्डियाली गांव के युवा मानवेंद्र सिंह ने नीट परीक्षा 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए ऑल इंडिया रैंक 15 हासिल की है। उनकी इस ऐतिहासिक सफलता पर राजपुरोहित मेडिकल मित्र मंडल, जोधपुर द्वारा भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें समाज के अनेक गणमान्य लोगों ने भाग लिया।

NEET 2025: जोधपुर और राजस्थान का नाम गौरव से ऊंचा कर दिया
मानवेंद्र सिंह, वरिष्ठ समाजसेवी पुख सिंह भैंसर (चावण्डियाली) के सुपुत्र हैं। उन्होंने नीट जैसी कठिन प्रतियोगी परीक्षा में पूरे देशभर के करीब 23 लाख छात्रों के बीच 15वीं रैंक प्राप्त कर न सिर्फ अपने परिवार का, बल्कि पूरे राजपुरोहित समाज, गांव, जोधपुर और राजस्थान का नाम गौरव से ऊंचा कर दिया है।
NEET 2025: बल्कि युवाओं को प्रेरणा देने वाला
सम्मान समारोह में उन्हें पारंपरिक साफा पहनाकर, फूलों के गुलदस्ते और स्मृति चिन्ह भेंट कर विशेष रूप से सम्मानित किया गया। साथ ही, उनके पिता पुख सिंह को भी मंच पर साफा और माला पहनाकर सम्मानित किया गया। यह दृश्य न केवल गौरवपूर्ण था, बल्कि युवाओं को प्रेरणा देने वाला भी।
23 लाख छात्रों के बीच 15वीं रैंक प्राप्त करना वास्तव
समारोह को संबोधित करते हुए महेंद्र सिंह बारवा ने कहा, “23 लाख छात्रों के बीच 15वीं रैंक प्राप्त करना वास्तव में एक असाधारण उपलब्धि है। यह मानवेंद्र की अथक मेहनत, लगन और माता-पिता के सहयोग का फल है।”
NEET 2025: बढ़ने के लिए हमेशा सहयोग करता रहेगा
इस कार्यक्रम में संगठन के सुरजीत सिंह धांगड़वास और जितेन्द्र सिंह भैंसर ने कहा कि यह सफलता समाज के हर युवा को बड़ी प्रेरणा देगी। उन्होंने बताया कि मेडिकल मित्र मंडल समाज के युवाओं को मेडिकल क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए हमेशा सहयोग करता रहेगा।
NEET 2025: समारोह में समाज के अनेक वरिष्ठ सदस्य उपस्थित रहे जिनमें ओंकार सिंह डँढोरा, भगीरथ सिंह निम्बाडा, भगवानसिंह जैतिवास, अर्जुन सिंह सुरानी, गजेंद्र सिंह पुनाड़िया, देवी सिंह छोटी बावड़ी, किशन सिंह ओसिया, सुमेर सिंह रूपावास, सम्पत सिंह नारवा, नरेंद्र सिंह टूकलिया, सूरजपाल सिंह राजपुरा, रणजीत सिंह ऊटाम्बर, खिंव सिंह भाटेलाई, मुकेश सिंह रुंदीया, उत्तम सिंह अर्थंडी, मनीष सिंह धीरदेसर, गिरधारी सिंह दुगोली, विक्रम सिंह धारिया, पृथ्वी सिंह बासनी, जितेंद्र सिंह भावण्डा, सुनील सिंह कोसना प्रमुख रूप से शामिल थे।
यह कार्यक्रम समाज के लिए गर्व और प्रेरणा का स्रोत बन गया है, जो आने वाले समय में और भी युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रेरित करेगा।