
Neem Ke Fayde (5)
Neem Ke Fayde: भारत में हजारों वर्षों से औषधीय पौधे के रुप में नीम का उपयोग उपचार के रूप में किया जाता रहा है, नीम में औषधीय गुणों के कारण आयुर्वेद, यूनानी और प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति में एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। हर सुबह 2 नीम के पत्ते चबाने से त्वचा और बालों के स्वास्थ्य में सुधार से लेकर प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने और रक्त शर्करा को नियंत्रित करने तक बेहद फायदेमंद हैं। आज हम इस लेख में नीम से जुड़ी जानकारी देंगे।
Read More: Reasons Treatment Yellow Teeth: जानिए दांतों में पीलेपन का कारण और निवारण..
Neem Ke Fayde: जानिए नीम का इतिहास..
नीम को संस्कृत में “अर्जुन वृक्ष” और “सर्व रोग निवारिणी” के नाम से जाना जाता है, इसका अर्थ- ‘यह सभी प्रकार के रोगों का निवारण कर सकता है।’ इसका वैज्ञानिक नाम Azadirachta indica है। नीम का वृक्ष मुख्य रूप से भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका में पाया जाता है। यह गर्म और शुष्क जलवायु में भी आसानी से उग जाता है।
नीम औषधिय गुण के बारें में चरक संहिता और सुश्रुत संहिता में भी मिलता है। इसके अलावा, यूनानी और तिब्बती चिकित्सा पद्धति में भी खूब उपयोग किया जाता है।
Neem Ke Fayde:”नीम – प्रकृति का वरदान, स्वास्थ्य का आधार!”
यह एक ऐसा पौधा है जिसकी जड़ से लेकर पत्ती तक हर एक भाग औषधीय गुणों से भरपूर है। इस पौधे में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटी-वायरल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। इसके विभिन्न हिस्से – पत्ते, तना, छाल, फल, बीज और फूल – सभी का औषधीय रुप में प्रयोग किया जाता है।
Neem Ke Fayde: नीम के स्वास्थ्य लाभ-उपयोग..
त्वचा के लिए उपयोगी…
प्रतिदिन नीम के पत्ते चबाने विषैले पदार्थ को बाहर निकलते हैं और रक्त को शुद्ध करते है, जिससे त्वचा चमकदार और खूबसूरत हो जाती है और तेल का उपयोग विभिन्न त्वचा रोगों के उपचार में किया जाता है। एक्जिमा, सोरायसिस, मुंहासे और फोड़े-फुंसी को ठीक करता है। नीम की पत्तियों का पेस्ट लगाने से त्वचा में चमक आती है और दाग-धब्बे कम होते हैं।
नीम के अर्क का उपयोग साबुन, शैंपू, फेसवॉश और क्रीम में किया जाता है। यह त्वचा को साफ और स्वस्थ बनाए रखता है।
बालों के ग्रोथ को बढ़ाए..
नीम बालों से संबंधित समस्याओं के लिए एक प्राकृतिक शानदार उपचार है। नीम के पत्तों को चबाने से रूसी, रूखी खोपड़ी और खुजली से निपटने में मददगार सबित हो सकती है। इसमें मौजूद एंटीफंगल गुण खोपड़ी को स्वस्थ और संक्रमण से मुक्त रखने में मदद करते है।
डायबिटीज नियंत्रण में सहायक
नीम की पत्तियां रक्त में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करने में मदद करती है, रोजाना नीम की पत्तियों का रस पीने से इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ती है।
यह मधुमेह रोगियों के लिए प्राकृतिक उपचार के रूप में काम करता है।
पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद..
नीम की पत्तियों का काढ़ा पेट के कीड़ों को पूरी तरह से समाप्त कर देता है, यह गैस, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याओं को कम करता है। लीवर को डिटॉक्स करने में मदद करने में मददगार है।
दांत और मसूड़ों के लिए रामबाण..
पुराने समय से ही लोग नीम की टहनी का दातून के रूप में उपयोग करते आए हैं। यह मसूड़ों की सूजन को कम करता है और दांतों को मजबूत बनाता है। मुंह के बैक्टीरिया को खत्म करके सांसों को ताजा रखने में मदद करता है।
इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार..
नीम में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) को बढ़ाते हैं। जो शरीर में हो रहे संक्रमण से लड़ने में मदद करता हैं।
घाव भरने में सहायक…
नीम का तेल एंटीसेप्टिक की तरह काम करता है और चोट को जल्दी भरने में मदद करता है। जलने और कटने पर इसका लेप लगाने से ठंडक भी महसूस होती और संक्रमण भी नहीं होता।
पर्यावरणीय लाभ..
नीम का वृक्ष हवा को शुद्ध करता है और प्रदूषण कम करने में मदद करता है। यह मच्छरों को भगाने में भी सहायक है, जिससे मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
Neem Ke Fayde: नीम के सेवन के कुछ सुझाव..
1.ज्यादा मात्रा में नीम का सेवन करने से ब्लड शुगर कम हो सकता है।
2. गर्भवती महिलाओं को नीम का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए।
3. नीम का तेल कभी भी सीधे त्वचा पर लगाने से पहले पानी या किसी अन्य तेल के साथ मिलाना चाहिए।
Neem Ke Fayde: Conclusion निष्कर्ष
नीम प्रकृति का दिया ऐसा उपहार है, जो अपने औषधीय गुणों के कारण ह न केवल हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि पर्यावरण को शुद्ध रखने में भी अहम भूमिका निभाता है। इसके पत्ते रोजाना खाने से कई बीमारियों से बचाव किया जा सकता है।