दो साइंटिस्ट के साथ साइबर अपराधियों ने की वारदात
इंदौर में पदस्थ दो साइंटिस्टों के साथ हुई है पूरी वारदात
क्राइम ब्रांच की साइबर सेल द्वारा की जा रही है जांच पड़ताल
अभी तक साइबर द्वारा 27 से 28 डिजिटल अरेस्ट के मामले दर्ज हो चुके हैं
सीनियर साइंटिस्ट और उनकी पत्नी को लगा रहे थे लगातार फोन
विभिन्न जांच एजेंसियों के अधिकारी बता रहे थे साइबर अपराधी स्वयं को
मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में डिजिटल अरेस्टिंग के मामले लगातार सामने आ रहे हैं और ऐसे ही ताजा मामले में इंदौर में पदस्थ साइंटिस्ट और उनकी धर्मपत्नी को डिजिटल अरेस्ट कर साइबर अपराधियों द्वारा डरा धमका कर 70 लाख से अधिक की राशि ऐठ ली गई…।
पूरा मामले में जानकारी देते हुए क्राइम ब्रांच डीसीपी राजेश त्रिपाठी द्वारा बताया गया कि शहर के प्रौद्योगिकी मैं पदस्थ सीनियर साइंटिस्ट के साथ साइबर अपराधियों द्वारा वारदात की गई है बताया जा रहा है कि 1 सितंबर को उन्हें फोन आया था और उन्हें बताया गया कि 18 अगस्त 2024 को दिल्ली में एक सिम कार्ड जारी हुआ है जिस गैर कानूनी विज्ञापन और महिला उत्पीड़न संबंधित एसएमएस वायरल हुए हैं जो की एक पूरी तरह से घोर अपराध है साइबर अपराधियों ने स्वयं को टाई के ऑफिसर बात कर धोखाधड़ी की वारदात की है इसके बाद उनकी धर्मपत्नी को भी फोन कॉल आना शुरू हो गए थे और फिर उन्हें साइबर अपराधी ईडी सीबीआई आरबीआई दिल्ली क्राइम ब्रांच के अधिकारी बनकर फोन कॉल करना शुरू कर दिए इसके बाद उनके अकाउंट में रखे हुए 71 लाख 33000 की राशि साइबर अपराधियों ने स्वयं के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर लिए गए बताया जा रहा है कि कल 23 बैंक के खातों में यह राशि ट्रांसफर की गई थी जिन्हें साइबर क्राइम ब्रांच द्वारा चिन्हित कर लिया गया है और कार्रवाई की जा रही है इसी के साथ करीबन 6 दिनों तक साइबर अपराधी विभिन्न तरह से फोन कॉल कर सीनियर साइंटिस्ट को डराते धमकाते रहे जब सीनियर साइंटिस्ट ने दोबारा से उन्हें नंबरों पर संपर्क करना चाहा तो वह नंबर बंद हो चुके तो विभिन्न सोशल मीडिया की प्लेटफार्म पर भी तलाश की गई तो उन्हें पता चला कि उनके साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी हुई है और उन्हें तत्काल द्वारकापुरी पुलिस से संपर्क किया और फिर इंदौर साइबर क्राइम ब्रांच की साइबर साइकिल में शिकायत की गई है पुलिस पूरे मामले में बारीकी से जांच पड़ताल में जुटी हुई है बता दे अभी तक कुल 27 से 28 मामले हम अरेस्टिंग के सामने आ चुके हैं जिसमें अब सीनियर साइंटिस्ट को भी साइबर अपराधी अपनी जद में ले रहे हैं