MP BUDGET: डॉ मोहन यादव के नेतृत्व में काम कर रही मध्यप्रदेश सरकार का यह बजट बहुआयामी है। इसमें विकसित मध्यप्रदेश की रूपरेखा के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीनों मंत्र की झलक है। मोदीजी के ये तीन मंत्र “विकास के साथ विरासत” “gyan का सम्मान” और “लोकल फॉर वोकल” हैं । इस बजट आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के साथ विकसित भारत का संकल्प पूरा करने के प्रावधान भी हैं। बिना कोई नया कर लगाये 15% की वृद्धि इस बजट की सबसे बड़ी विशेषता है।

MP BUDGET: मध्यप्रदेश सरकार का बजट आ गया
वर्ष 2025-26 के लिये मध्यप्रदेश सरकार का बजट आ गया है। विशेषताओं, व्यापकताओं और नवाचारों से युक्त है। यह बजट बुधवार 12 मार्च को वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा ने विधानसभा में प्रस्तुत किया। बजट में एक ओर मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को सहेजा गया है तो दूसरी ओर आधुनिक दुनियां की दौड़ में अग्रणी रहने के लिये औद्योगिकरण को गति देने का प्रयास किया गया है।
MP BUDGET: बजट आधारभूत आवश्यकताओं के अनुरूप
बजट परिवार का हो, या किसी स्वायत्तशासी संस्थान का। अथवा किसी प्रगतिशील राष्ट्र का। उसमें अतीत के अनुभव, आधारभूत आयामों का सशक्तिकरण, आयवृद्धि के उपाय और व्यय का नियमन होना चाहिए। इसके साथ एक गतिमान वातावरण भी होना चाहिए। मध्यप्रदेश सरकार का यह बजट इन आधारभूत आवश्यकताओं के अनुरूप है। यह अनेक विशेषताओं, व्यापकताओं और नवाचारों से युक्त है। बजट में किसी भी पुरानी योजना को बंद नहीं किया गया है । और न कोई नया टैक्स लगाया गया है। किसी पुराने टैक्स में वृद्धि भी नहीं की गई।
MP BUDGET: विरासत के साथ विकास
किसी भी परिवार, समाज और देश की अपनी विरासत होती है। उसमें विशेषताओं और वर्जनाओं दोनों की झलक होती है। विरासत और इतिहास वर्तमान पीढ़ी को अपनी विकास यात्रा में गतिमान बनाता है। विरासत में अनेक कथानक भी जुड़े होते हैं। इन कथानकों में उन्नति का संदेश और अवनति के प्रति सावधानी भी होती है। मध्यप्रदेश सरकार के इस बजट में उन सभी स्थानों के विकास को महत्व दिया गया है। जिससे पर्यटन बढ़ेगा और मध्यप्रदेश की विशिष्ठ पहचान संसार के सामने आ सकेगी। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत यात्रा को विरासत से जोड़ा है। वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने संस्कृति पर्यटन और धर्मस्व विभाग में 1610 करोड़ का प्रावधान किया है। बजट में वर्ष 2028 में होने वाले सिंहस्थ के लिये दो हजार करोड़ का प्रावधान किया गया.
औद्योगीकरण पर भी दिया जोर

MP BUDGET: बजट में यदि अपनी विरासत सहेजने का प्रावधान किया गया है तो आधुनिक विकास यात्रा के लिये औद्योगीकरण पर भी जोर दिया है । यह पूरा वर्ष उद्योग वर्ष के रूप में मनाया जायेगा। बजट में 39 नये औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की घोषणा की गई है, उद्योगों के लिये भूमि आवंटन की अवधि 59 दिन से घटाकर 29 दिन कर दिया गया है।
लोकल फॉर वोकल के साथ प्रगति की यात्रा
MP BUDGET: वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा ने प्रत्येक जिले के अपने विशिष्ट उत्पाद को प्रोत्साहित करने की घोषणा की है। इसके स्थापित किये जाने वाले लघु कुटीर और मध्यम उद्योगों को भूमि आवंटन, अनुदान और उत्पाद विक्रय को प्रोत्साहित करने की घोषणा भी की है। मध्यप्रदेश सरकार के इस बजट में सांस्कृतिक, ऐतिहासिक एवं धार्मिक विरासत को सहेजने के साथ प्राकृतिक विशेषताओं को भी संसार के सामने लाने की दिशा में कदम बढ़ाया है।
MP BUDGET: गरीब, महिला, किसान और युवाओं को सशक्त बनाने के प्रावधान
एक ओर गरीबी उन्मूलन के लिये अपना खजाना खोला है। मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत 1.33 करोड़ परिवारों को निशुल्क राशन दिया जा रहा है। और दूसरी ओर युवा, महिला और किसानों के सशक्तिकरण की योजनाओं पर भी फोकस किया है।
MP BUDGET: वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने अपने बजट भाषण के समापन में कहा कि- आंकड़े नहीं, विश्वास लिखा है, हमने अब आकाश लिखा है” इस पंक्ति में मध्यप्रदेश के विकास और भविष्य की यात्रा संकल्प है। यह बजट कहने केलिये एक वर्ष का आय व्ययक है लेकिन इसमें विकसित प्राँतों में मध्यप्रदेश को अग्रणी बनाने का प्रारूप भी है।
लेखक – रमेश शर्मा जी, वरिष्ठ पत्रकार