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गांव में दसवीं पर भंडारे का भी हुआ आयोजन
MP AJAB GAJAB: हमारे हिंदू धर्म के मुताबिक घर परिवार में जब किसी का निधन होता है.तो उसकी आत्मा शांति के परिजन मुंडन कर लोगों को भोज कराते है.पर आपने कभी ये सुना है कि किसी जानवर के लिए किसी ने मुंडन कराया हो और भोज दिया हो.अगर नहीं तो ये खबर आपके लिए जानना जरुरी है.
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MP AJAB GAJAB: खबर मध्य प्रदेश के बुरहानपुर के अंबाडा गांव की है यहां एक बंदर की मौत पर ग्रामीणों ने हिंदू रीति रिवाज से बंदर का अंतिम संस्कार किया. बंदर की दसवीं पर ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से मंडन कराया है. साथ ही भंडारे का भी आयोजन किया.बंदर की दसवीं पर ग्रामीणों ने गांव के श्री राम मंदिर में बंदर की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और श्री राम का जाप किया. बंदर की दसवीं पर ग्रामीणों ने कई धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कराए, साथ ही 15 लोगों ने मुंडन कराया है. गांव में भंडारे का भी आयोजन किया गया.
MP AJAB GAJAB: बंदर की मौत पर रोया था पूरा गांव
MP AJAB GAJAB: बता दे कुछ दिन पहले अंबाडा गांव में एक बंदर का शव एक मकान की छत पर मृत अवस्था में पाया गया था. बंदर की मौत से पूरा गांव रोया. उन्होंने बंदर को कुर्सी पर बिठाकर नहलाया, महिलाओं ने आरती उतारी, फूलों से सजाकर इंसानों की तरह शव यात्रा गांव के गली मोहल्लों से निकाली. शव यात्रा में श्री राम नाम जाप किया गया. पूरे विधि विधान से बंदर को दफनाया गया. यह बंदर अंबाडा गांव में कई सालों से रह रहा था, उसने कभी भी किसी ग्रामीण को चोट नही. पहुंचाई, इससे उसके प्रति सभी को लगाव हो गया था. ग्रामीण उसके भोजन, पानी की व्यवस्था करते थे. ग्रामीण भोजन देने के लिए उसे पुकारते थे, इससे ग्रामीणों और बंदर के बीच प्रेम बढ़ गया था. जब उसकी मौत की खबर सुनी तो पूरे गांव में शौक की लहर फैल गई.
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