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संयुक्त राष्ट्र में कथा करने वाले दुनिया के पहले संत
Moraribapu Ramkatha UNO : भारत को विश्वगुरू का सपना देखने वालों के लिए खुश खबरी है, पूरी दुनिया जब युद्ध हिंसा का महौल है तब शांति और सदमार्ग दिखाने के लिए भारत ही आगे आता है.
यह भारत के लिए ही नहीं बल्कि आध्यात्मिक जगत के लिए भी बड़ी बात है कि मोरारी बापू की कथा का आयोजन अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र संगठन के मुख्यालय में हो रहा है।
यूएनओ 193 देशों के सदस्यों के साथ देशों का एक अंतरराष्ट्रीय संघ है। भारत के किसी भी कथा वाचक ही नहीं, विश्व के किसी भी आध्यात्मिक जगत के संत को यूएनओ मुख्यालय में सत्संग करने का ऐसा अवसर नहीं मिला है।
यह मोरारीबापू की 940वीं रामकथा है। अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र संघ के मुख्यालय में 27 जुलाई से 4 अगस्त तक राम कथाकार मोरारी बापू की नौ दिवसीय रामकथा का आयोजन किया गया है। इसके लिए मोरारीबापू न्यूयॉर्क पहुंच चुके हैं।
इस कथा से पता चलता है कि पश्चिमी देशों में भारतीय परम्परा, सनातन धर्म और भारतीय दर्शन के प्रति विश्व के देशों का दृष्टिकोण उदार है। इस कथा के स्वीकृत होने से पता चलता है कि विश्व के देश यह मान रहे हैं कि राम चरित मानस पुस्तक में जो लिखा गया है उससे समाज और विश्व को शांति का नया मार्ग मिलेगा।
दुनिया में युद्ध के माहौल के बीच सच्चाई, प्रेम, करुणा का संदेश यूएनओ यानी संयुक्त राष्ट्र में होने जा रहा है, जब एक तरफ रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध हो और दूसरी तरफ इजरायल और फिलिस्तीन के बीच युद्ध हो। इस लड़ाई में हजारों लोग मारे जा चुके हैं। इतना ही नहीं बांग्लादेश और इंग्लैंड जैसे देश आंतरिक हिंसा का शिकार हो रहे हैं।
ऐसे में सत्य, प्रेम और करुणा की बात करने वाले कथावाचक मोरारीबापू की रामकथा यूएनओ मुख्यालय में होने जा रही है, जो राम चरित मानस से दुनिया को शांति का संदेश देगी।
AI से बापू की आवाज में अंग्रेजी सुनाई देगी कथा
न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र का मुख्यालय हिंदी कथा को एआई मोरारी से बापू की आवाज में अनुवाद और प्रसारण किया जाएगा. मोरारीबापू कथा केवल हिंदी में करेंगे, लेकिन उसके 40 घंटे बाद आपको अंग्रेजी में अनुवादित कहानी सुनने को मिलेगी।