
लोगों को जागरूक करने के दिए निर्देश
Monkeypox in CG: मंकीपॉक्स को लेकर पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है वही छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में मंकी पॉक्स यानी एम-पॉक्स की बीमारी को लेकर जिले में अलर्ट जारी किया गया है। कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने इस बीमारी को लेकर एडवाइजरी जारी की है।
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मंकी पॉक्स को लेकर एडवाइजरी जारी
कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने स्वास्थ्य विभाग की बैठक में कहा कि मंकी पॉक्स बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक किया जाए। उन्हें बताया जाए कि इस बीमारी से बचाव और रोकथाम के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मनोज दानी और स्वास्थ्य अधिकारी सीबीएस बंजारे ने मंकी पॉक्स बीमारी के बारे में बताया।
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Monkeypox in CG: क्या है मंकी पॉक्स
मंकी पॉक्स एक जूनोटिक बीमारी है, जो मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के क्षेत्रों में होती है। पिछले कुछ महीनों से इसके प्रकरण अन्य देशों में भी देखने को मिल रहे हैं। भारत के केरल राज्य में भी इसका केस मिला है।
Monkeypox in CG: बीमारी के लक्षण
मंकी पॉक्स से संक्रमित व्यक्ति की पहचान के लिए कुछ लक्षण बताए गए हैं। किसी व्यक्ति को सामान्य बुखार के साथ चकत्ते और लिम्फ नोड्स में सूजन आ जाए तो इस बीमारी के चांस बढ़ जाते हैं। मंकी पॉक्स एक स्वसीमित (सेल्फ-लिमिटेड) संक्रमण है। इसके लक्षण 2 से 4 सप्ताह में खुद समाप्त हो जाते हैं। मंकी पॉक्स संक्रमण के गंभीर प्रकरण सामान्यतः बच्चों में पाए जाते हैं। इससे संक्रमित की वजह से मौत भी हो सकती है। मंकी पॉक्स का संक्रमण होने पर 6 से 13 दिन में इसके लक्षण दिखाई देने लगते हैं। 5 से 25 दिन तक इसका संक्रमण बना रह सकता है। मंकी पॉक्स के संक्रमण से त्वचा में चकते पड़ते हैं। इसके बाद उसमें एक से दो दिन में पपड़ी पड़ती है और पपड़ी निकलने के बाद चकत्ते समाप्त हो जाते हैं।