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Manoj Statement On Aurangzeb: भारतीय सिनेमा के जाने माने कलाकार मनोज मुंतशिर अक्सर अपने बयानों और शायरियों को लेकर सुर्खियों में बने रहते है। ऐसे में उनका एक नया वीडियों सामने है। इस बार उनके निशाने पर औरंगजेब की कब्र आ गई है।
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आपको बता दें उन्होंने औरंगजेब की कब्र को लेकर निशाना साधते हुए एक बड़ा बयान दिया कहा कि -औरंगजेब की कब्र पर शौचालएं बनवा देना चाहिए। जो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा हैं।
Manoj Statement On Aurangzeb: मनोज मुंतशिर ने एक्स पर शेयर किया वीडियों..
औरंगजेब की कब्र पर निशाना साधते हुए मनोज मुंतशिर ने अपने एक्स अकाउंट में एक वीडियो शेयर किया हैं। छावा में औरंगजेब को लेकर चल रहे विवाद पर बोला है। वो कहते हैं, ‘आज देश में एक आवाज उठ रही है कि महाराष्ट्र में बनी औरंगजेब की कब्र हटनी चाहिए। मैं कहता हूं कि नहीं हटनी चाहिए। क्यों नहीं हटनी चाहिए! जब हम हिंदू राम जन्मभूमि पर श्रीराम का मंदिर बना रहे थे तो कुछ लोग हमें ज्ञान दे रहे थे कि भगवान को कण-कण में हैं फिर मंदिर बनाने की जरूरत क्या!’
https://x.com/manojmuntashir/status/1899104459457962420
Manoj Statement On Aurangzeb:”हिंदुस्तान हमारे बाप का है”- मनोज
‘मैं भी भारत सरकार से विनती करता हूं औरंगजेब की कब्र हटाने की जरूरत क्या है, उसके ऊपर शौचालय बनवा दो। आखिर उस हत्यारे के लिए यूरिया और नमक तो हम सनातनी दान कर ही सकते हैं। और जो लोग कहने वाले हैं कि किसी के बाप का हिंदुस्तान नहीं है। बड़ी विनम्रता से उनको बता दूं कि हमारे बाप का हिंदुस्तान था और है।’
ज्ञानवापी विवाद पर लिखी थी कविता..
“पूछेगी जब अदालत पत्थर गवाही देंगे” यह पंक्ति मनोज मुंतशिर की एक कविता से जुड़ी है, जो उनकी भावनाओं और विचारों को गहराई से व्यक्त करती है। आपको बात दे कि, ये पहली बार नहीं है जब मनोज मुंतशिर ने इस तरह की बात कही हो। बल्कि इससे पहले भी वो कई बार ऐसा कर चुके हैं। इससे पहले मनोज मुंतशिर की कविता ‘पूछेगी जब अदालत पत्थर गवाही देंगे’ इस कविता का संदर्भ ज्ञानवापी विवाद के दौर में धार्मिक और सांस्कृतिक मुद्दों को लेकर जागृत चर्चाओं से जुड़ा हुआ था।
मनोज मुंतशिर अपने लेखन के जरिए अपने विचारों को प्रकट करने का तरीका बहुत प्रभावशाली और तीव्र रखते हैं, जो कभी-कभी विवादों का कारण भी बनता है। उनकी कविताएँ न केवल कला की दृष्टि से महत्वपूर्ण होती हैं, बल्कि वे समाज की समस्याओं और ऐतिहासिक घटनाओं पर भी गहरे सवाल उठाती हैं।