Contents
CM आदित्यनाथ ने ‘सांप्रदायिक घृणा’ के कटाक्ष का जवाब दिया
अमरावती में एक रैली को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने कहा: इन दिनों मल्लिकार्जुन खड़गे जी मुझ पर बहुत गुस्सा हो रहे हैं… खड़गे जी, मुझ पर गुस्सा मत करो। मैं आपकी उम्र का सम्मान करता हूं। अगर आपको गुस्सा करना है… तो हैदराबाद के निज़ाम पर अपना गुस्सा दिखाओ। निज़ाम के ‘रज़ाकारों’ ने आपके गांव को जला दिया, हिंदुओं को बेरहमी से मार डाला और आपकी सम्मानित माँ, बहन और परिवार के सदस्यों को जला दिया।
देश के सामने यह सच्चाई पेश करें – जब भी उनका बंटवारा होगा, वे उसी क्रूर तरीके से बंटेंगे…
#WATCH | Maharashtra: Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath says, "These days Congress National President Mallikarjun Kharge is unnecessarily getting angry at me, he is furious. Kharge ji, don't get angry at me, I respect your age. If you want to get angry, get angry at Hyderabad… pic.twitter.com/ERMllgi1Cg
— ANI (@ANI) November 12, 2024
उन्होंने कहा कि खड़गे वोट बैंक की राजनीति के लिए देश के साथ विश्वासघात कर रहे हैं और नागरिकों को पूरी सच्चाई नहीं बता रहे हैं।
यह फटकार खड़गे द्वारा यूपी के सीएम पर अप्रत्यक्ष हमले के जवाब में आई है, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि कई राजनेता साधुओं के वेश में रहते हैं और ‘गेरुआ’ (भगवा) कपड़े पहनते हैं।
‘संविधान बचाओ सम्मेलन’ में खड़गे ने कहा: कई नेता साधुओं के वेश में रहते हैं और अब अनुभवी राजनेता बन गए हैं। कुछ तो मुख्यमंत्री भी बन गए हैं। वे ‘गेरुआ’ कपड़े पहनते हैं और उनके सिर पर बाल नहीं होते…मैं भाजपा से कहूंगा, या तो सफेद कपड़े पहनो या फिर अगर तुम संन्यासी हो या ‘गेरुआ’ कपड़े पहनो और राजनीति से बाहर निकलो।
एक तरफ, तुम ‘गेरुआ’ कपड़े पहनते हो और दूसरी तरफ, तुम कहते हो ‘बटेंगे तो कटेंगे’…वे लोगों के बीच नफरत फैला रहे हैं और उन्हें बांटने की कोशिश कर रहे हैं, उन्होंने कहा।
खड़गे का कटाक्ष अगस्त में योगी आदित्यनाथ की टिप्पणियों पर था
आगरा में बोलते हुए उन्होंने बांग्लादेश में तत्कालीन समस्या का उदाहरण दिया और कहा, आप बांग्लादेश को देखिए… वे गलतियाँ यहाँ नहीं दोहराई जानी चाहिए। ‘बटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो नेक रहेंगे’। इस बार महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारी में आदित्यनाथ ने खड़गे की बचपन की त्रासदी को याद किया और याद दिलाया कि कैसे हैदराबाद निजाम के रजाकारों ने 1948 में उनके गाँव को जला दिया था, जिसमें उनकी माँ और बहन की मौत हो गई थी। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को नई विधानसभा के लिए मतदान होगा और 23 नवंबर को मतगणना होगी।