
Malaria Symptoms and Prevention
Malaria Symptoms and Prevention: बारिश के मौसम में मच्छरों के बढ़ने के साथ ही कई तरह की बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. इसमें मलेरिया (Malaria) शामिल है. मलेरिया मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से होने वाली बीमारी है. यह एक गंभीर बीमारी है, और कभी कभी जानलेवा साबित होती है. इसमें तेज बुखार और सिर दर्द की शिकायत होती है
मलेरिया एक संक्रामक रोग है जो प्लास्मोडियम नामक परजीवी द्वारा उत्पन्न होता है। यह परजीवी एनोफिलीज मच्छरों के द्वारा मनुष्यों तक पहुँचता है, जो संक्रमित होते हैं। मलेरिया मुख्य रूप से उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है, खासकर एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में।
Malaria Symptoms and Prevention: मलेरिया के लक्षण
मलेरिया के लक्षण आमतौर पर संक्रमण के 7-30 दिन बाद दिखाई देते हैं, । मलेरिया के मुख्य लक्षणों में शामिल हैं-
1.बुखार: तेज बुखार आना, जो अचानक बढ़ सकता है और शारीरिक कमजोरी का कारण बनता है।
2.ठंड लगना: बुखार के साथ ठंड लगने की अनुभूति होना।
3.पसीना आना: बुखार के बाद बहुत ज्यादा पसीना आना।
4.सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द: सिरदर्द और मांसपेशियों में अकड़न।
5.थकावट और कमजोरी: शरीर में भारी कमजोरी और थकावट का अनुभव होना।
6.उल्टी और दस्त: पेट में दर्द और उल्टी का होना, कभी-कभी दस्त भी हो सकते हैं।
7.पेट का दर्द: पेट में ऐंठन और सूजन महसूस होना।
Malaria Symptoms and Prevention: मलेरिया कैसे होता है?
मलेरिया मुख्य रूप से संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलता है। बरसात में पानी जमने के कारण मच्छर तेजी से पनपते हैं। घर के आसपास सफाई नहीं रखने, कूलर, एसी, फ्रिज की ट्रे या किसी भी बर्तन में पानी जमा रहने के कारण मच्छरों के पनपने का खतरा होता है, जब एक मच्छर जो पहले एक संक्रमित व्यक्ति को काट चुका होता है, किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है, तो वह मच्छर प्लास्मोडियम परजीवी को शरीर में प्रवेश करा देता है। जिससे मलेरिया का खतरा बढ़ जाता हैं।
मलेरिया से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय
मच्छरों से बचाव
1.मच्छरदानी का उपयोग करें।
2.मच्छर प्रतिकारक क्रीम का उपयोग करें।
3.घर और आसपास के क्षेत्र में पानी जमा न होने दें, क्योंकि मच्छर पानी में पैदा होते हैं।
4.मच्छरों के लिए उपयुक्त आवासों को ढककर रखें।
सफाई रखना
1.घरों में सफाई का ध्यान रखें और गंदगी और कचरे को दूर रखें।
2.सीवेज और नालियों की सफाई करें ताकि मच्छरों के अंडे न पनप सकें।
वैकसीन और दवाइयाँ
1.मलेरिया के उपचार के लिए डॉक्टर से उचित दवाइयाँ लें।
2.जो लोग उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में यात्रा कर रहे हैं, उनके लिए मलेरिया की रोकथाम के लिए दवाइयाँ उपलब्ध हैं।
मलेरिया का इलाज और उपाय
मलेरिया का इलाज समय पर करना बेहद जरूरी है।
आमतौर पर मलेरिया का इलाज एंटीमलेरिया दवाओं द्वारा किया जाता है,
जो डॉक्टर द्वारा निर्धारित की जाती हैं।
इलाज में आमतौर पर क्विनिन, आर्टेमीसिनिन और क्लोरोक्विन जैसी दवाइयाँ शामिल होती हैं।
1.समय पर इलाज:
मलेरिया के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और सही इलाज लें।
2.पानी पीना:
बुखार और पसीने के कारण शरीर में पानी की कमी हो सकती है, इसलिए पर्याप्त पानी पीना जरूरी है।
3.आहार का ध्यान:
हल्का और पौष्टिक आहार लें। फलों और तरल पदार्थों का सेवन करें ताकि शरीर को पर्याप्त पोषण मिले।
4.बिस्तर पर आराम करें:
मलेरिया से पीड़ित व्यक्ति को बिस्तर पर आराम करना चाहिए और शारीरिक गतिविधियों से बचना चाहिए।