Maida Side Effects: मैदा एक चिकने सफेद रंग का आटा है, जिसे गेंहूं से बनाया जाता है, इसको तैयार करने के लिए गेंहूं के दाने से उसका छिल्का हटा देते है, जिससे केवल ग्लटेन और स्टार्च ही रह जाता है, जिससे पोषक तत्व की कमी हो जाती है। यह स्वास्थ के लिए हानिकारक हो सकता है।
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ज्यादातर मैदा से बने पिज्जा, बर्गर, समोसे, कुल्चे आदि चीजे लोगों को ज्यादा पसंद आती हैं। ये सब चीजें बच्चे से लेकर बूढ़ों तक सबको काफी पसंद आती हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि, ये स्वाद में जितने अच्छे लगते है, सेहत के लिए उतने ही हानिकारक होते हैं।
मैदा सेहत पर कैसे डालता है प्रभाव?
वजन बढ़ने का खतरा
ज्यादा मैदा से बनी चीजें खाने से कैलोरी की अधिकता हो जाती है। फास्ट फूड जैसे बेकरी आइटम और स्नैक्स जैसे उत्पादों में कैलोरी की मात्रा ज्यादा पाई जाती है, इसके सेवन से शरीर में अत्याधिक वसा जमा हो जाती है, जिससे शरीर का वजन बढ़ने लगता है। इससे जुड़ी बीमारियां जैसे डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग खतरा बढ़ सकता है।

पाचन की समस्या
जो लोग मैदा से बनी चीजे खाने के ज्यादा शौकीन होते है और जो लोग हर रोज मैदा से बनी चीजे खाते हैं। उसके आंत में काफी नुकसान पहुंचता है। इसमें फाइबर नहीं होता है, जिससे अपच की समस्या होती है।
इसकी वजह से पेट में गैस, कब्ज, पेट दर्द और अपच की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
ब्लड शुगर अनबैलेंस हो सकता है
मैदा में हाई लेवल ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जिसकी वजह से शरीर में यह जल्दी शुगर में बदल जाता है। इससे ब्लड शुगर अचानक से बढ़ जाता है, जो इंसुलिन के स्तर को प्रभावित कर सकता है, लंबे समय तक अगर ऐसा होता रहा तो इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या उत्पन्न हो सकती है।

त्वचा से संबधित समस्याएं
अत्यधिक मैदा खान से चेहरे और बॉडी पर पिंपल की समस्या बढ़ जाती है। चेहरा पिंपल और मुंहासों से भर जाता है, यह ब्लड में शुगर के स्तर को बढ़ा देते है, जिससे इंसुलिन का स्तर में भी वृद्धि होती है। इससे शरीर में ज्यादा तेल का उत्पादन होता है।
खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा में होती है बढ़ोत्तरी
मैदा से बनी चीजें अक्सर ट्रांस फैट और संतृप्त वसा से भरपूर होती हैं, जो खून में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा सकता है, यह इससे दिल की बीमरियां और अर्टरी की ब्लॉकेज हो सकती है।
