प्रधानमंत्री 5 फरवरी को करेंगे महाकुंभ का दौरा
एटीएस ने महाकुंभ में गंगा जल का परीक्षण शुरू कर दिया है। पहले भी संगम में हर दिन पानी की जांच होती थी, लेकिन अब एटीएस और डॉक्टरों की टीम इसमें जुट गई है। आज महाकुंभ का 9वां दिन है। सुबह 8 बजे तक 16 लाख लोग स्नान कर चुके थे।
अब तक 8.5 करोड़ से अधिक लोग पहुंचे
अब तक 8.5 करोड़ से अधिक श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ 1 फरवरी को, पीएम मोदी 5 फरवरी को और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 10 फरवरी को महाकुंभ का दौरा करेंगे।
#WATCH | Prayagraj, Uttar Pradesh: Adani Group Chairman, Gautam Adani performs 'seva' at the camp of ISKCON Temple at #MahaKumbhMela2025
— ANI (@ANI) January 21, 2025
The Adani Group and ISKCON have joined hands to serve meals to devotees at the Maha Kumbh Mela in Prayagraj. The Mahaprasad Seva is being… pic.twitter.com/N1a1qGtS0b
उद्योगपति गौतम अडानी आज महाकुंभ में पहुंचे हैं। संगम पर पूजा करने के बाद बड़े हनुमानजी के दर्शन किए। इस्कॉन पंडाल के भंडारे में सेवा भी की। यहां उन्होंने भंडारा भी बनाया, परोसा और प्रसादी भी ली।
हर्ष रिचारिया का बदला अखाड़ा
हर्ष रिचारिया अब महामंडलेश्वर कैलासानाद के साथ नहीं बल्कि निरंजन के अखाड़े में रहेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कल महाकुंभ में कैबिनेट की बैठक करेंगे। इस बैठक में शामिल होने के लिए आज कई मंत्री आ रहे हैं।
महाकुंभ मेले के दो बड़े त्योहारों मौनी अमावस्या और वसंत पंचमी स्नान से पहले रेलवे ने बड़ा झटका दिया। अचानक लंबी दूरी की 29 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।
पाकिस्तान सीमा हैदर संगम को 51 लीटर गाय का दूध भेजेगी
ग्रेटर नोएडा में रहने वाली पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर संगम को 51 लीटर गाय का दूध भेजेगी। फिलहाल प्रेग्नेंट होने के कारण सीमा हैदर अपने दम पर नहीं जा सकतीं। उन्होंने सम्मान व्यक्त किया है कि वकील एपी सिंह, पति सचिन और परिवार के अन्य सदस्यों के हाथों संगम पर उनका गाय के दूध से अभिषेक किया जाएगा। 32 साल की सीमा हैदर मई 2023 में अपने चार बच्चों के साथ नेपाल के रास्ते भारत आई थीं। वह वर्तमान में अपने भारतीय पति सचिन मीणा (27) के साथ ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा शहर में रहती है। दोनों की मुलाकात ऑनलाइन गेम पबजी के दौरान हुई थी। दोनों ने हिंदू रीति-रिवाज से शादी की।
एक पल के लिए भी नहीं बैठने वाले खडेश्वरी बाबा
खड़ेश्वरी बाबा का आशीर्वाद लेने के लिए महाकुंभ में श्रद्धालु आ रहे हैं। यह बाबा पिछले 9 वर्ष में एक क्षण भी नहीं बैठा है, न गिरा है। पूरे समय सिर्फ एक पैर पर खड़े रहना। वे झूले के सहारे 24 घंटे खड़े रहते हैं। वे अपने दैनिक कार्य करते हैं और झूले पर खड़े होकर भगवान की पूजा करते हैं। बाबा खड़े होकर फल खाते हैं और खड़े होकर नींद खत्म करते हैं। इस तपस्या को खडेश्वरी तपस्या के नाम से जाना जाता है, जो हठयोग है। वे यह तपस्या समाज कल्याण के संकल्प से कर रहे हैं।