Reporter- गोविन्द गर्ग
श्योपुर में झोलाछाप डॉक्टरों पर प्रशासन की महरवानी की बानगी देखने को मिल रही है कुछ दिन पहले हुई कार्यवाही का कोई असर इन फर्जी डॉक्टरों पर हुआ है आलम यह है कि श्योपुर जिले के बड़ौदा कस्बे में कुछ समय पहले स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिस झोलाछाप डॉक्टर की क्लिनिक को कार्यवाही कर सील किया गया था और फर्जी डॉक्टर पर एफआईआर भी दर्ज कराई थी प्रशासन उसकी दुकान को महज 15 दिन भी बंद नहीं करा सका है इसी प्रकार का एक और मामला श्योपुर के सोईं कला गांव का है जिसमे बंगाली डॉक्टर के नाम से एक झोलाछाप ने खुद का फर्जी अस्पताल संचालित किया हुआ है और वहा पर भी स्वास्थ्य विभाग ने झोलाछाप डॉक्टर की दुकान को सील किया था और एफआईआर भी की गई लेकिन स्वास्थ्य विभाग की कार्यवाही यहां भी खाना पूर्ति ही साबित हुई है और कुछ ही दिनों में दोबारा फर्जी बंगाली डॉक्टर साहब का अस्पताल धडल्ले से चलने लगा है
आपको बता दें कि श्योपुर शहर से लेकर कस्बों और गावों तक सैकडो की संख्या में फर्जी डॉक्टरों की बाढ़ आई हुई है जो लगातार आम लोगो की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं बिना डिग्री के इन डॉक्टरों ने अपनी खुद की क्लिनिको में मेडिकल स्टोर तक खोल रखे हैं लेकिन विभाग के द्वारा कोई कार्यवाही देखने को नहीं मिली है श्योपुर जिले में आम लोगो की जिंदगी के साथ एक और बड़ा खिलवाड़ किया जा रहा है आपको बता दें कि जिले में दर्जनों फर्जी लैब संचालित की जा रही है जिनके पास न तो रजिस्ट्रेशन है और ना ही लैब से संबंधित अन्य मानक अगर कुछ है तो वह है विभागीय संरक्षण
श्योपुर सीएमएचओ जेएस राजपुत ने इस पूरे मामले पर कहा है कि जब भी हम निकलते है कार्यवाही करते हैं कुछ पर तो एफ आई आर हो गई है और पूरा मामला पुलिस डिपार्टमेंट में चला गया है और अगर दूसरी जगह खोल लिया है तो उसको भी देखेंगे