
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ 2025 मे अलग ही रंग देखने को मिल रहा है और साधु-संतो की लग्जरी लाइफ और गजब की
जीवनशैली चर्चा और कोतूहाल का विषय बनी हुई है । महाकुंभ 2025 में कई साधु-संतों को रॉल्स रॉयस, मर्सिडीज, लैंड रोवर डिफेंडर, ऑडी, बीएमडब्ल्यू जैसी लग्जरी गाड़ियों में देखा गया है और यह श्रद्धालुओं के बीच आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ के दौरान कई साधु-संतों के शिविरों में लग्जरी गाड़ियों जमावड़ा देखा जा सकता है और सबको ताज्जुब इस बात पर है की यह गाड़ियाँ भक्तों की नहीं बल्कि साधु-संतो की है । श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट
के सदस्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती के शिविर में दो फूलों से सजी धजी रॉल्स रॉयस गाड़ियां खड़ी है। इनकी कीमत 20 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है। इसके अलावा श्री पंच अग्नि अखाड़ा की लैंड रोवर डिफेंडर और निरंजनी अखाड़े में खड़ी एक काली मर्सिडीज भी लोगों का ध्यान आकर्षित कर रही है।
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में बाबा रमता जोगी किसी लग्जरी गाड़ी से नहीं बल्कि एक करोड़ के ट्रैक्टर से पधारे हैं जिस
कारण भक्त उन्हें ट्रेक्टर बाबा के नाम से भी बुला रहे हैं ll इस ट्रेक्टर की कीमत लगभग एक करोड़ रुपये है क्योंकि इस ट्रैक्टर में हवाई जहाज के टायर लगे हैं। यह ट्रेक्टर उन्हें उपहार मे मिला था जिसका नाम उन्होंने अर्जुन रथ रखा है और इसी ट्रैक्टर से वे पूरे भारत का भ्रमण कर रहे हैं।
Maha Kumbh 2025:बुलेट बाबा की भी चर्चा – महाकुंभ के दौरान बुलेट वाले बाबा की भी खूब चर्चा हो रही है वह बुलेट से चलते हैं और अपने साथ अपने साथियों को भी बैठाते चलते हैं। बुलेट बाबा भगवान श्रीकृष्ण का अवतार धरकर सिर पर मुकुट, हाथ में बंसी, आंखों पर स्टाइलिश चश्मा और बुलेट चलाते महाकुंभ में पहुंचे तो लोग भी हैरान रह गए।
Maha Kumbh 2025: ऑडी से आए जगद्गुरु रामभद्राचार्य – महाकुंभ मेले में जगद्गुरु रामभद्राचार्य का आगमन ऑडी कार से हुआ था। तुलसी पीठाधीश्वर स्वामी रामभद्राचार्य की छटा देखते ही बन रही थी। ऑरेंज कलर की ऑडी में
सवार और उनके उनके पीछे लंबी गाड़ियों का काफिला था।
Maha Kumbh 2025: 1972 मॉडल की एंबेसडर में आए टार्जन बाबा – प्रयागराज महाकुंभ में एक भगवा रंग की एंबेसडर कार मे बाबा पहुंचे हुए भक्तों के बीच टार्जन बाबा के नाम से प्रसिद्ध हैं। उनकी गाड़ी चर्चा का विषय बनी हुई है क्योंकि इस 1972 एंबेस्डर कार मॉडल का अब न रजिस्ट्रेशन बचा है, न कोई कागज है और इसके बावजूद उन्हें कोई नहीं रोकता है। जांच के लिए खड़े ट्रैफिक पुलिसकर्मी मुस्कुराते हुए हाथ जोड़कर गाड़ी को आगे बढ़ने देते हैं। टार्जन बाबा का असली नाम राज गिरि है। वह मध्य प्रदेश के इंदौर के रहने वाले हैं।
Maha Kumbh 2025: पंचदशनाम जूना अखाड़े से जुड़े हैं और गाड़ी उन्हें 1998 में मुरादाबाद जिले के आरटीओ ने गिफ्ट की थी। लेकिन महाकुंभ कुछ अलग ही अंदाज के लिये भी जाना जाता है जहाँ साधु-संत लक्ज़री गाड़ियों मे तो कुछ विदेशी श्रद्धालु हाथ ठेले मे घूमते दिखे क्योंकि यह प्रयागराज संगम है यहां कुछ भी संभव है l एक ठेले पर चार अंग्रेज श्रद्धालुओं को सफर करते देखा गया वहीं, एक अन्य अंग्रेज को बैलगाड़ी चलाते देखा गया । बैलगाड़ी पर विदेशी श्रद्धालु पूरे देशी लुक में दिख रहा है और बैलगाड़ी में उन्होंने अपने गुरु की प्रतिमा स्थापित की है।