GST – गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स जुलाई 2017 में NDA सरकार द्वारा भारत में लागू किया गया और पहली बार
डायरेक्टरेट जनरल ऑफ gst इंटेलीजेंस ने खुलासा किया है कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में सबसे बड़ी टैक्स चोरी की
गई है | सरकार के तमाम दावे और GST चोरी पर लगाम लगाने वाली संस्था के सभी प्रयास पूरी तरह नाकाम साबित
हुए हैँ और वित्तीय वर्ष 2023-24 में तक़रीबन 6084 मामले पाए गए हैँ जिसमे रू 2.01 लाख करोड़ कि GST चोरी
हुई है |
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GST लागू होने के बाद क्या हुआ
जब से देश मे GST लागू हुआ है यह आँखड़ा दिन दोगनी रात चौगनी बढ़ रहा है | सूत्रों के अनुसार टैक्स चोरी का यह
मामला चिंतजानक है 2017 से GST लागू किये जाने के बाद से 2017-18 में रु 7879 करोड़, 2018-19 में रु
19391 करोड़, 2019-20 में रु 21739 करोड़, 2020-21 में रु 31908 करोड़ और 2021-22 में रु 50325
करोड़ के टैक्स चोरी के मामले पकडे गए हैँ | हालांकि DGGI लगातार इस तरह कि टैक्स चोरी पर नज़र बनाए हुए है
और कार्यवाही भी की जा रही है पर यह पूरी तरह से नाकाफी है |
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GST टैक्स चोरी के मामले
सबसे ज़्यादा GST टैक्स चोरी के मामले ऑनलाइन गेमिंग, बैंकिंग, इंन्शुरन्स, फाइनेंसियल सर्विसेज, स्क्रैप
डीलिंग, आयरन और कॉपर इंडस्ट्री में दर्ज किये गए हैँ | 2022-23 के मुकाबले इस वित्तीय वर्ष में GST टैक्स चोरी
के मामले लगभग दुगाने हो गए हैँ | अगर GST टैक्स चोरी को सिलेसिलेवार देखें तो ऑनलाइन गेमिंग में 78 मामले
कुल रु 81875 करोड़, बैंकिंग फाइनेंसियल सर्विसेज और इंन्शुरन्स में 171 मामले कुल रु 18961 करोड़, वर्क
कॉन्ट्रैक्ट सर्विसेज में कुल 343 मामले कुल रु 2846 करोड़, फार्मा इंडस्ट्री में कुल 22 मामले रु 40 करोड़, स्क्रैप
आयरन कॉपर इंडस्ट्री में कुल 1976 मामलर रु 16806 करोड़, पान मसाला तम्बाकू इंडस्ट्री में कुल 212 मामले
रु 5794 करोड़, प्लाईवुड पेपर इंडस्ट्री में कुल 238 मामले रु 1196 करोड़, इलेक्ट्रॉनिक आइटम में कुल 23
मामले रु 1165 करोड़ और मार्बल टाइल्स इंडस्ट्री में कुल 235 मामले रु 315 करोड़ की अनुमानित टैक्स चोरी की
गई है |
हालांकि DGGI और सेंट्रल GST के अलग अलग जोन में अधिकारीयों द्वारा लगातार यह चोरियाँ पकड़ी जा रही और
उचित कार्यवाही भी की जा रही है पर देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने हेतु सरकार की यह कोशिश नाकाफी है
और सरकार और उसमे शामिल अधिकारीयों को ठोस और कारगार व्यवस्था बनानी होंगी ताकि इन चोरियों को रोका
जा सके |