
कावेरी बनी नेवी ऑफिसर
पिता का कर्ज उतारने के लिये, कावेरी पकड़ती थी मछलिया
Kaveri Reached The Navy:- नर्मदा नदी पर बने इंदिरा सागर बांध के बैकवाटर में पिता का कर्ज उतारने के लिए मछली पकड़ने वाली कावेरी का इंडियन नेवी में सिलेक्शन हो गया है। भारतीय नौसेना में खेल कोटे से अफसर के पद पर नौकरी मिली। ज्वॉइनिंग के बाद घर आने पर परिजनों और स्थानीय लोगों ने उनका स्वागत किया।
खेल कोटे से नेवी में सिलेक्शन
इंदिरा सागर बैकवाटर में सीखी तैराकी कावेरी खंडवा से 50 किलोमीटर दूर ग्राम सिंगाजी की रहने वाली हैं।पूरा गांव इंदिरा सागर बैकवाटर से घिरा है। कावेरी के पिता रणछोड़ इसी बैकवाटर में मछली पकड़ने का काम करते हैं।उनकी 9 संतान हैं, जिनमें सात बेटियां और दो बेटे हैं। नेवी अफसर बनने वाली कावेरी उनकी पांचवे नंबर की बेटी है। कावेरी ने इसी बैकवाटर में तैराकी सीखी थी। वह मछली पकड़ने, नारियल बिनने के लिए नाव दौड़ाती थी।
Click this: लैटस्ट खबरों के लिए इस लिंक पर क्लिक करे
पिता का कर्ज उतारने पकड़ती थी मछलियां

पिता पर कर्ज के साथ था बड़े परिवार का बोझ कावेरी ने बताया, हम सात बहन और दो भाई हैं। परिवार में ज्यादा सदस्य होने की वजह से पिता को परिवार के भरण-पोषण में दिक्कत हो रही थी। वे इतना भार नहीं संभाल पा रहे थे। कर्ज के तले दब गए थे।इस कारण हम तीन बहनों ने पिता की मदद करनी चाही। पढ़ाई के साथ पिता के काम में हाथ बंटाने लगे। बड़ी बहन मोनिका, स्वाति और मैं बैकवाटर में नाव चलाने लगीं। पिता रात में जाल बिछाते और तीनों बहनें सुबह जाकर जाल से मछली निकालतीं और ठेकेदार को दे आतीं।
Read More:- Ola Electric : ओला इलेक्ट्रिक करेगी 1,000 कर्मचारियों की छंटनी
कावेरी ने जीतीं कई चैंपियनशिप
Kaveri Reached The Navy:- कावेरी ने जीतीं कई चैंपियनशिप कावेरी ने एशियन चैंपियनशिप थाइलैंड में ब्रांज मेडल, एशियन गेम चाइना, वर्ल्ड चैंपियनशिप जर्मनी, एशियन चैंपियनशिप एंड ओलिंपिक क्वालिफायर जापान, एशियन चैंपियनशिप उज्बेकिस्तान, यू-23 एशियन चैंपियनशिप थाईलैंड में भी हिस्सा लिया।