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सिंधिया ने पहनी स्टाइलिश जैकेट
फैशन शो में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रैंप वॉक कर सबको चौंका दिया। इस दौरान केंद्रीय राज्यमंत्री सुकांत मजूमदार भी मंत्री सिंधिया के साथ रैंप वॉक करते नजर आए। रैंप पर दोनों नेताओं के बीच गजब का तालमेल देखने को मिला। दोनों नेताओं ने अपनी वेशभूषा से भी लोगों को प्रभावित किया।
#WATCH | Delhi | Union Minister Jyotiraditya Scindia, along with MoS Sukanta Majumdar walked the ramp at the Ashtalakshmi Mahotsav fashion show, at Bharat Mandapam.
— ANI (@ANI) December 7, 2024
(Source: Office of Jyotiraditya Scindia) pic.twitter.com/xO7F4o51d2
दिल्ली के भारत मंडपम में तीन दिवसीय अष्टलक्ष्मी महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव के दौरान शनिवार को फैशन शो का आयोजन किया गया। शो के दौरान जब केंद्रीय मंत्री सिंधिया रैंप वॉक करते नजर आए तो लोग चौंक गए। उनके साथ सुकांत मजूमदार भी नजर आए। रैंप वॉक के दौरान मंत्री सिंधिया ने नॉर्थ-ईस्टर्न रीजन की शाइनी ऐरे सिल्क जैकेट पहनी थी, जिसमें मंत्री जी अलग अंदाज में नजर आ रहे थे।
राजनीति के साथ फैशन शो में शामिल हों
पॉलिटिकल स्टेज से इतर फैशन शो में सिंधिया का अलग ही अंदाज देखने को मिला. अपनी शानदार मुस्कान के साथ, सिंधिया ने रैंप पर आग की लपटें बिखेर दीं। उन्होंने एक प्रोफेशनल मॉडल की तरह ही रैंप वॉक किया।
आठ उत्तर-पूर्वी राज्यों को अष्टलक्ष्मी का रूप माना जाता है
आठ उत्तर-पूर्वी राज्यों को अक्सर ‘अष्टलक्ष्मी’ या समृद्धि के आठ रूपों के रूप में जाना जाता है। अष्टलक्ष्मी महोत्सव पूर्वोत्तर क्षेत्र के जीवंत वस्त्र उद्योग, हस्तशिल्प और अद्वितीय उत्पादों को प्रदर्शित करने का एक अभूतपूर्व मंच है। इन राज्यों के भौगोलिक संकेत (जीआई) उत्पादों को महोत्सव में प्रदर्शित किया जा रहा है।
महोत्सव में एक गोलमेज सम्मेलन का भी आयोजन किया
अष्टलक्ष्मी महोत्सव में विशेष निवेशकों का राउंड टेबल सम्मेलन भी आयोजित किया गया। राज्य और केंद्र सरकार के अधिकारियों, उद्यमियों, व्यापारिक हस्तियों और निवेशकों ने उत्साहपूर्वक इसमें भाग लिया। इस आयोजन का उद्देश्य उत्तर पूर्व भारत के लिए संवाद को बढ़ावा देना, निवेश के अवसरों का पता लगाना और अभिनव सहयोग को बढ़ावा देना है।
गोलमेज सम्मेलन में राज्यों द्वारा दी गई प्रस्तुतियां
उत्तर पूर्वी क्षेत्र के विकास मंत्रालय (MDoNER) ने पूर्वोत्तर भारत में कृषि, हस्तशिल्प, हथकरघा, पर्यटन और शिक्षा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में निवेश के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए एक गोलमेज सम्मेलन का आयोजन किया। राज्यों की ओर से अभ्यावेदन दिए गए थे। गोलमेज सम्मेलन में कुल 2326 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव आया। सरकार के अनुसार, अष्टलक्ष्मी महोत्सव का उद्देश्य विरासत और नवाचार के बीच सामंजस्य और संतुलन बनाना है।