Jhansi Hospital Fire: तारीख 15 नवंबर, रात 10 बजे, स्थान झांसी का महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज, ऐसा धमाका जिसमें 10 नवजात बच्चे जिंदा जल गए। स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट वार्ड की खिड़की तोड़कर 39 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। जिनमें से 17 बच्चे घायल हैं।
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शॉर्ट शर्किट या माचिस की तीली?
आग लगने का कारण वैसे तो शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। लेकिन कुछ विटनेस का कहना है की नर्स के ऑक्सीजन सिलेंडर के पाइप को लगाने के लिए माचिस की तीली जलाई थी जिससे ये हादसे हुआ। धमाका से पूरे वार्ड में आग फैल गई। वार्ड ब्वॉय ने आग बुझाने के लिए अग्निशमन यंत्र (फायर एक्सटिंग्विशर) चलाया। मगर वो चला ही नहीं, क्योंकि 4 साल पहले ही वो एक्सपायर हो चुका था।
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Jhansi Hospital Fire: 2 घंटे में पाया आग पर काबू
घटना के बाद सूचना पर फायर ब्रिगेड की 6 गाड़ियां पहुंचीं। खिड़की तोड़कर पानी की बाैछारें मारी। भीषण आग को देखते हुए सेना को भी बुलाया गया। करीब 2 घंटे में आग पर काबू पाया गया। लेकिन तब तक कई नवजात जल चूके थे। हादसे से जुड़े वीडियो सामने हैं।
एक तरफ हाहाकार, दूसरी तरफ डिप्टी CM का स्वागत
Jhansi Hospital Fire: कुछ बच्चों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। परिजन बच्चों को ढुंढ़ने की गुहार लगा रहे है। जैसे ही ये खबर पहुंची डिप्टी CM ब्रजेश पाठक ने अस्पताल का दौरा किया इसका भी एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उनके आने से पहले उनके स्वागत में सड़क पर चूना डाला जा रहा है। हालांकि डिप्टी cm ने वीडियो शेयर करते हुए इसकी निंदा की।
PM ने जताया दुख
CM Yogi Adityanath ने झांसी के डिविजनल कमिशनर और DIG को 12 घंटे के भीतर मामले पर रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है। वहीं इस, मामले को लेकर PM मोदी ने भी दुख जताया है। PMO की तरफ़ से किए गए X पोस्ट के मुताबिक़, उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव के हरसंभव प्रयास में जुटा है।