International tiger day: आज इटरनेशनल टाइगर डे पर टाइगर स्टेड की बात न हो ऐसा तो हो ही नहीं सकता. आज हम आपको उन अभ्यारण्य के बारे में बताएंगे जहां टाइगर फेमली का कुनबा बड़ा है.और क्या है टाइगर स्टेड में जंगल के राजा बाघ के हाल और क्या चल रहा है टाइगर फेममी में.
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मप्र में 785 बाघ गर्व की बात
टाइगर स्टेड में बढ़ते बाघों के कुनबे पर सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में बाघों की आबादी 785 पहुंच गई है। यह गर्व की बात है। इसके लिए प्राणियों की सुरक्षा में लगे लोग बधाई के पात्र हैं।
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International tiger day: मीरा ने चार शावकों को जन्म दिया
सबसे पहले बात देवास खिवनी अभयारण्य के बारे में बताएंगे. यहां बाघों का कुनबा बढ़ता जा रहा है. अभयारण्य की फेमस बाघिन मीरा ने चार शावकों को जन्म दिया है, जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं.
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International tiger day: यहां कभी एक बाघ था आज 8 बाघ है
कभी भोपाल में एक बाघ का मूवमेंट हुआ कराता था।आज यहा 8 से अधिक बाघ हैं। यह स्थिति सिर्फ भोपाल की नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश की है। भोपाल और रातापनानी के बाघों पर हो रहे एक रिसर्च में सामने आया है कि बाघ आपस में तो इलाका साझा कर ही रहे हैं, इंसानों के साथ भी एडजस्ट कर रहे हैं।
कान्हा नेशनल टाइगर रिजर्व, बांधवगढ़, सतपुड़ा और पेंच नेशनल पार्क में बाघों की संख्या में मुताबिक शिकार उपलब्ध है। इनका घनत्व भी बढ़ा है। इसलिए इनकी इकोलॉजी भी उसकी तरह की हो गई है। पहले शाकाहारी वन्य प्राणियों की स्थिति ऐसी नहीं थी। यही वजह है कि भोजन की तलाश में लंबी चौड़ी टेरेटरी बनाते थे।
देश की एकमात्र सेंचुरी जिसमें 96 से ज्यादा बाघ
भोपाल और रातापानी सेंचुरी देश का इकलौता इलाका जहां बाघ आपस में और इंसान स्थान को बांट रहे। भोपाल, सीहोर और रातापानी सेंचुरी देश की इकलौता इलाका है, जहां वर्ष 2018 की लैंड स्केप गणना में रातापानी सेंचुरी में 45 बाघों उपस्थिति दर्ज कराई। 2022 में 96 बाघों पाए गए।
MP में तेजी से बढ़ा बाघों का कुनबा
2010- 11 में भोपाल में एक बाघ, बाघिन और रातापानी संचुरी में 4 बाघ थे। अब रातापानी के लैंडस्केप में 96 बाघ हैं। यह स्थिति देश में केवल मप्र की है। वजह अन्य राज्यों में बाघों की संख्या उतनी नहीं बढ़ी है।इंसानों के साथ रहने वाले बाघ चुनौती बनेंगे। इसके लिए अभी से मास्टर प्लान तैयार होना चाहिए। राजस्व जंगलों को संरक्षित वन श्रेणी में लाना होगा। जहां बाघ हैं, बाघों के रहवास के रूप में शामिल करना चाहिए।
इतना बड़ा कुनबा
2010-257
2014-308
2018-526
2022 – 785