आगामी त्योहारों और आने वाले शादी के मौसम के मद्देनज़र सोना एवं चांदी की मांग में उछाल देखा जा सकता है |
भारत में त्यौहार एवं शादी में सोने और चांदी की खरीदी का विशेष महत्त्व है और इसे धार्मिक एवं सांस्कृतिक
दृष्टिकोण से भी कीमती निवेश के तौर पर देखा जाता है और इन कारणों की वजह से आने वाले समय में इसकी मांग
में वृद्धि की संभावना देखी जा सकती है |
शादियों का समय
भारत में नवंबर से दिसंबर मध्य के बीच शादियों का मौसम रहेगा और अनुमन्यता करीब 45 लाख शादियों का
अनुमान है जिसमे 5.00 लाख करोड़ खर्च होने का अनुमान है | एक सर्वे के हवाले से कहा गया था कि जनवरी मध्य
से जुलाई मध्य के बीच तक़रीबन 42 लाख से ज़्यादा शादियां हुई थी जिस पर रु 5.5 लाख करोड़ का अनुमानित
खर्च हुआ था |
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इस समय आता है शेयर बाजाऱ में उछाल
शेयर बाजाऱ में भी त्यौहार एवं शादियों के मौसम में उछाल देखा जाता है जिसकी मुख्य वजह सोने और चांदी की
खरीदी, भारतियों द्वारा कपडे, खाना, और साज सजावट की वास्तुओं की खरीदी, स्टील एवं कॉपर के बर्तनो की
खरीदी, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं ऑटोमोबाइल की खरीदी जोर शोर से की जाती है जिसके कारण इन सभी सेक्टर की
इंडस्ट्रीइस में सेल्स का वॉल्यूम बढ़ जाता है जिसके कारण इनके मुनाफे में इजाफा होता है जिसकी वजह से इनके
शेयर प्राइस में भी बढ़ोतरी देखी जा सकती है |
भारत में आए नये चलन की वजह से त्यौहार एवं शादी के मौसम में होटल इंडस्ट्री एवं एयरलाइन्स की बुकिंग भी बढ़
जाती है आजकल डेस्टिनेशन वेडिंग भी चलन में है जिस कारण सामूहिक तौर पर ग्रोथ होती है अर्थव्यवस्था पर
पॉजिटिव इम्पैक्ट आता है | मेक इन इंडिया अभियान के आधार पर भारत सरकार देश में करीब 25 स्थानों को
चिन्हित करने के प्रयास में है जिसके तहत इन स्थानों पर डेस्टिनेशन वेडिंग को प्रमोट किया जायेगा और भारत को
इंटरनेशनल वेडिंग डेस्टिनेशन के तौर पर दुनिया भर में स्थापित करने का है जिसे हमें विदेशी मुद्रा की आय होगी
और हमारी अर्थव्यवस्था को ओर मजबूती मिलेगी |