
भारत का कड़ा जवाब- पाकिस्तान के मामले में टी मतलब टेरेरिस्ट
पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने भारत के साथ बातचीत फिर से शुरू करने की इच्छा जताई है। डार ने दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार की अपील की और कहा कि टैंगो के लिए दो की जरूरत है। उन्होंने दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध सुधारने के लिए सकारात्मक माहौल बनाने की बात कही।
आपको बता दें कि टैंगो आपसी संचार का एक तरीका है। इसमें लोग एक के बाद एक अपनी बात रखते हैं। शुक्रवार को इशाक डार के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने पाकिस्तान के मामले में कहा, ‘टी का मतलब टैंगो नहीं बल्कि आतंकवाद है।
जायसवाल ने अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट की उन खबरों का भी खंडन किया है जिनमें दावा किया गया है कि भारत ने 2021 से अब तक पाकिस्तान में करीब आधा दर्जन आतंकियों को मार गिराया है। उन्होंने कहा- वॉशिंगटन पोस्ट अखबार और इसके रिपोर्टर दोनों ही भारत के खिलाफ विरोधी रवैया रखते हैं।
पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के बयान की याद दिलाई
रणधीर जायसवाल ने पाकिस्तान को अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के बयान की भी याद दिलाई। उन्होंने कहा, ‘हिलेरी ने पाकिस्तान के बारे में कहा था कि आप आंगन में यह सोचकर सांप नहीं पाल सकते कि यह न सिर्फ आपके पड़ोसियों पर हमला करेगा बल्कि उस व्यक्ति पर भी हमला करेगा जिसने इसे पीछे पाला है।
दरअसल, 2011 में हिलेरी क्लिंटन ने इस्लामाबाद में तत्कालीन पाकिस्तानी विदेश मंत्री हिना रबारी खान के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया था। इसके बाद हिलेरी ने पाकिस्तान से अपने देश के लोगों के हित में चरमपंथियों की पनाहगाहों को खत्म करने को कहा।
भारत पाकिस्तान में घुसकर हत्या कर रहा है
31 दिसंबर को वाशिंगटन पोस्ट में एक रिपोर्ट प्रकाशित हुई थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने विदेशों में मौजूद देश के दुश्मनों को मारने के लिए ‘हत्या कार्यक्रम’ शुरू किया है। इसके तहत रॉ पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को मार गिराने में भी सफल रही है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने पाकिस्तान में जो हत्याएं की हैं उनमें अफगान लोगों या छोटे-मोटे अपराधियों की मदद ली गई है। कोई भी भारतीय नागरिक इसमें कभी शामिल नहीं था।