
बारिश के बाद एयर सिस्टम से पिच को सुखा दिया जाएगा

हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में स्थित अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में भारत की पहली hybrid pitch बनाई गयी है. ये भारत की पहली एस.आई.एस. ग्रास हाईब्रिड पिच है.
सोमवार को आईपीएल के चेयरमैन अरुण धूमल और इंगलैंड के पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर एवं एसआईएस के अंतरराष्ट्रीय निदेशक पाल टेलर ने इसका इनोग्रेशन किया.
Hybrid pitch:हर साल करीब ढ़ाई हजार क्रिकेट मैच
अरुण धूमल ने कहा कि बीसीसीआई हर साल करीब अढ़ाई हजार मैच करवा रही है, लेकिन हम भी सिर्फ मुख्य विकेट पर ही ध्यान दे पाते हैं और अभ्यास विकेट व आसपास की विकेट पर ध्यान नहीं दे पाते.
Hybrid pitch:क्लॉल्टी ग्रास के साथ hybrid pitch
Hybrid pitch: ऐसे में पांच प्रतिशत फाइवर का प्रयोग करके क्लॉल्टी ग्रास के साथ हाईब्रिड पिच स्थापित की गई है. जिसके अच्छे परिणाम सामने आए हैं.
अभी क्रिकेट का प्रेशर और बढ़ेगा. महिला इवेंट भी बढ़ेंगे. उसी दिशा में एचपीसीए ने अपना यह कदम उठाया है. उन्होंने बताया कि इसे नेचुरल घास के साथ सिंथेटिक घास को मिक्स करके तैयार किया गया है. यह भारत की पहली हाईब्रिड पिच है.
धर्मशाला में ही क्यों बनाई पहली hybrid pitch

Hybrid pitch: धर्मशाला में बहुत अधिक बारिश होती है, ऐसे में बारिश का पिचों पर भी बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है, लेकिन एचपीसीए की ओर से अब सब एयर सिस्टम भी स्थापित किया गया है, जिससे बारिश के बाद 10 से 15 मिनट में मैदान सुखा दिया जाएगा.
हाइब्रिड सतह को स्थापित करने में एक महत्वपूर्ण घटक है, जिसे 2017 में एसआईएसग्रास द्वारा विकसित किया गया था और इंग्लैंड के काउंटी क्रिकेट मैदानों में इसी तरह की पिचों के रोलआउट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
Read More: संजू सैमसन को अंपायर से बहस करना पड़ा महंगा, BCCI ने कप्तान पर ठोका 30% जुर्माना

टी20 और एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए मंजूरी
Hybrid pitch: यह इन्नोवेशन बीईसीसी द्वारा हाल ही में टी20 और एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए hybrid pitch को मंजूरी देने के साथ ही इस साल से शुरू होने वाली चार दिवसीय काउंटी चैंपियनशिप में उनके उपयोग करने की योजना है .
भारत में क्रिकेट बुनियादी ढांचे को बढ़ाने की यह प्रणाली पिच के स्वास्थ्य और लचीलेपन में सुधार करती है. जिससे खिलाड़ियों को बेहतर और सुरक्षित खेल स्थितियों का लाभ मिलेगा.
Read More:धर्मशाला के क्रिकेट की पिचों पर हाइब्रिड ग्रास का इस्तेमाल, जानें क्या होगा फायदा