भारतीय क्रिकेट टीम 36 रन पर ऑल आउट होने की कड़वी यादों को पीछे छोड़ते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में पिंक बॉल टेस्ट खेलने के लिए तैयार है। यह वही मैदान है, जहां दिसंबर 2020 में भारतीय टीम अपने टेस्ट इतिहास के सबसे छोटे स्कोर पर ढेर हो गई थी। 1082 दिन बाद, 6 दिसंबर 2024 को टीम इंडिया के पास उस शर्मिंदगी का बदला लेने और इतिहास रचने का सुनहरा मौका है।
दिसंबर 2020 में खेले गए पहले पिंक बॉल टेस्ट में भारतीय टीम ने पहली पारी में बढ़त हासिल की थी, लेकिन दूसरी पारी में पूरी टीम केवल 36 रन पर सिमट गई। यह टेस्ट क्रिकेट में भारत का अब तक का सबसे छोटा स्कोर है। इस हार ने भारतीय टीम की खूब आलोचना कराई थी। हालांकि, इसके बाद भारत ने हिम्मत जुटाई और चार मैचों की सीरीज 2-1 से अपने नाम की, लेकिन एडिलेड की इस घटना की यादें आज भी ताजा हैं।
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एडिलेड में दूसरा पिंक बॉल टेस्ट
अब भारत और ऑस्ट्रेलिया एक बार फिर उसी मैदान पर पिंक बॉल टेस्ट में आमने-सामने होंगे। ऑस्ट्रेलिया ने अब तक सबसे ज्यादा 12 पिंक बॉल टेस्ट खेले हैं और इनमें से 7 एडिलेड में खेले हैं। खास बात यह है कि ऑस्ट्रेलिया ने इन सभी मैचों में जीत दर्ज की है। एडिलेड में पिंक बॉल टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया का 100% जीत का रिकॉर्ड है।
रोहित एंड कंपनी के सामने चुनौती
अगर रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम इस बार एडिलेड में जीत दर्ज करती है, तो यह दोहरी उपलब्धि होगी। टीम इंडिया एडिलेड में पिंक बॉल टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को हराने वाली पहली टीम बन जाएगी। तीन साल पहले 36 रन पर ऑल आउट होने की शर्मिंदगी का बदला भी पूरा होगा।
क्या बदल पाएगा इतिहास?
ऑस्ट्रेलिया के शानदार रिकॉर्ड और पिंक बॉल टेस्ट की कठिनाइयों के बीच भारतीय टीम को हर क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा। गेंदबाजों और बल्लेबाजों को गुलाबी गेंद के स्विंग और एडिलेड की परिस्थितियों से पार पाना होगा। यह मैच न केवल एक ऐतिहासिक जीत का मौका है, बल्कि भारतीय क्रिकेट की पुरानी कड़वी यादों को मिटाने का भी।