सोशल मीडिया पर आजकल यह टॉपिक Hustle Culture पर बहस की जंग छिड़ी हुई है कई लोग इस culture के पक्ष
में हैँ और कई लोग इसका विरोध कर रहे हैँ I भारत में इस टॉपिक पर चर्चा तब शुरू हुई जब इनफ़ोसिस के को-फाउंडर
श्री नारायण मूर्ति जी ने एक इंटरव्यू में यह कहा की भारतीय युवाओं को सप्ताह में 70 घंटे काम करना चाहिये उनके
इस बयान के बाद तो सोशल मीडिया में मानो भूचाल ही आ गया कई लोग उनके बयान के समर्थन में तो कई उनके
विरोध में लोगों का तर्क था की अगर 70 घंटे काम करेंगे तो परिवार और स्वयं के लिये समय कब देंगे बात सही भी
थी I
हाल ही में कुछ घटनाओ ने इसे फिर हवा दी जैसे की कृतार्थ मित्तल एक 25 वर्षीय AI startup के को-फाउंडर अति
काम करने के चलते हॉस्पिटल में भर्ती हुए उनके अनुसार उनकी ख़राब जीवनशैली, रात भर जाग के काम करना,
unhealthy खाना और अपर्याप्त नींद इसका मुख्य कारण है I दूसरी घटना एक 26 वर्षीय चार्टेर्ड अकाउंटेंट जो एक
प्रतिष्टित इंटरनेशनल finance कंपनी में काम करती थी उनकी मृत्यु हार्ट अटैक की वजह से हो गई परिवार ने आरोप
लगाया की ख़राब माहौल, अत्यधिक कार्य का भार और लम्बी कार्य अवधि के चलते work pressure के कारण
उनकी बेटी की मौत हुई है I
Hustle Culture क्या है –
आज लोगों के बीच सफलता पाने की होड़ लगी है और हर कोई सफल होने के लिये ज़्यादा से ज़्यादा काम करने को
तैयार है इसकी वजह से फिजिकली और मेंटली उनकी सेहत पर बुरा असर हो रहा है इस ओवरवर्क के ट्रेंड को Hustle
culture कहा जा रहा है I साइकिलॉजीस्ट के अनुसार इस culture की वजह से आपको दिल की बीमारी, हार्ट अटैक,
ब्लड प्रेशर, डिप्रेशन और मानसिक एवं भावनात्मक तनाव बढ़ने की आशंका रहती है I
Hustle Culture पर नये विचार –
स्विग्गी के CEO रोहित कपूर ने इस कल्चर का विरोध करते हुए इसे nonsense आईडिया कहा है उन्होंने कहा की
आधी रात तक काम क्यों हर रहे हो, किसे बोला है ? घर जाओ, कुत्ता है, बीवी है, गर्लफ्रेंड है, बच्चे हैँ, कुछ भी करो I कुछ बनने के लिये सब कुछ त्याग कर देना एक गलत सिद्धांत है I सक्सेस के लिये काम करते हुए पागल होना ज़रूरी नहीं है I कोई भी कड़ी मेहनत से भाग नहीं सकता क्योंकि जीवन में कुछ भी आसानी से नहीं मिलता है, लेकिन पागल होने की कीमत पर नहीं Iजबकि आज भी एक दुःखद खबर आई है बजाज finance के एरिया मैनेजर श्री तरुण सक्सेना उम्र 37 वर्ष ने अपने घर में आत्महत्या कर ली उन्होंने अपने suicide नोट में कार्यक्षेत्र में अत्यधिक तनाव, नींद की कमी, targets को ना पूरा करने का दबाव और मानसिक अशांति को इसका कारण बताया I यह घटनाएं बेहद विचलित करने वाली हैँ की युवा वर्ग कितने दबाव में काम हर रहा है और इसका परिणाम क्या होगा I
हालांकि Hustle Culture पर श्री नारायण मूर्ति सहित कई कंपनोयों के CEO ने ऑफिस में बेहतर परफॉरमेंस के लिये
ओवरटाइम काम करने की सलाह दी है I पर यह आपका व्यकिगत चुनाव होना चाहिये की आपको हिसाब हद तक
जाना है और कितना काम करना है बिना अपने स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाए I