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कंपनी खराब हिस्से को मुफ्त में बदलेगी
होंडा का कहना है कि कार में दोषपूर्ण इंस्टॉलर के साथ ईंधन पंप हो सकता है, जिससे इंजन या तो बंद हो सकता है या शुरू होने में परेशानी हो सकती है। कार निर्माता कंपनी 5 नवंबर से अलग-अलग चरणों में ग्राहकों तक पहुंचेगी। वाहन चालकों को खराब पार्ट्स बदलने की सूचना दी जाएगी। इसके लिए ग्राहकों से कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा।
होंडा कार्स इंडिया की वेबसाइट पर सर्विस टैब के माध्यम से प्रोडक्ट अपडेट/रिकॉल पेज पर जाकर ग्राहक अपनी कार का वीआईएन देकर जांच सकते हैं कि उनका वाहन रिकॉल में शामिल है या नहीं।
देश में वाहनों को वापस बुलाने के प्रमुख मामले
- 1. बलेनो और वैगनआर रिकॉल: जुलाई 2020 में मारुति ने वैगनआर और बलेनो की 1,34,885 यूनिट्स को रिकॉल किया था। मॉडल 15 नवंबर, 2018 और 15 अक्टूबर, 2019 के बीच निर्मित किए गए थे। कंपनी ने फ्यूल पंप में खराबी आने के कारण गाड़ियों को वापस मंगाया था।
- 2. मारुति ईको रिकॉल: नवंबर 2020 में कंपनी ने ईको की 40,453 यूनिट्स को रिकॉल किया था। कंपनी ने यह फैसला इसलिए लिया है क्योंकि वाहन के हेडलैम्प्स पर कोई मानक चिह्न नहीं है। रिकॉल में 4 नवंबर, 2019 और 25 फरवरी, 2020 के बीच उत्पादित ईको शामिल है।
- 3. महिंद्रा पिकअप रिकॉल: 2021 में, महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अपने वाणिज्यिक पिकअप वाहनों की 29,878 इकाइयों को वापस बुलाया। कंपनी ने कहा कि जनवरी 2020 और फरवरी 2021 के बीच उत्पादित कुछ पिकअप वाहनों को द्रव पाइप को बदलने की आवश्यकता थी।
- 4. महिंद्रा थार रिकॉल: महिंद्रा एंड महिंद्रा ने फरवरी 2021 में अपनी ऑफरोड एसयूवी थार के डीजल वेरिएंट की 1577 यूनिट्स को रिकॉल किया था. कंपनी ने कहा था कि संयंत्र की मशीनों में खराबी के कारण कलपुर्जे क्षतिग्रस्त हो गए थे। सभी इकाइयों का उत्पादन 7 सितंबर से 25 दिसंबर, 2020 के बीच किया गया था।
- 5. Royal Enfield रिकॉल: मई 2021 में Royal Enfield ने शॉर्ट सर्किट की आशंका के चलते बुलेट 350, Classic 350 और Mateer 350 की 236,966 यूनिट्स को रिकॉल किया था. यह सब दिसंबर 2020 और अप्रैल 2021 के बीच निर्मित किया गया था।