पूरी खबर देखें कही आपके इलाके में तो नहीं आएगी आफत
Heavy Rain in India : देश के कई हिस्सों में जमकर बारिश हो रही है। गुजरात के कई हिस्सों में 48 घंटे से अधिक समय से लगातार बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पश्चिमी राजस्थान में भी भारी बारिश हो रही है।
इसके अलावा पश्चिम और मध्य महाराष्ट्र समेत मुंबई और गोवा में मूसलाधार बारिश हो रही है। इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग ने चेतावनी जारी की है कि देश के कई राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहेगी।

जम्मू-कश्मीर के रामबन में बादल फटने के कारण एक नाले में अचानक आई बाढ़ में एक महिला और उसके दो बच्चे बह गए।
गुजरात में बाढ़ जैसे हालात के कारण कई जिलों की आबादी प्रभावित हुई है। राज्य में बारिश से संबंधित हादसों में तीन लोगों की मौत हो गई है। नवसारी के खेरगाम तालुका में 24 घंटे में सबसे अधिक 356 मिमी बारिश दर्ज की गई। जलस्तर बढ़ने के कारण सरदार सरोवर बांध के 30 में से 23 गेट खोलने पड़े। नर्मदा नदी में 3.95 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
बाढ़ के खतरे को देखते हुए भरूच के निचले इलाकों से 280 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मोरबी में बाढ़ प्रभावित नदी नाला पार करते समय एक ट्रैक्टर ट्रॉली के बह जाने से 10 लोगों को बचाया गया, लेकिन सात लोगों का अभी तक पता नहीं चल पाया है।
प्राथमिक विद्यालय बंद
राज्य में बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे 17,800 लोगों को अब तक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। राज्य में प्राथमिक विद्यालय बंद कर दिए गए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बात की और केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
देश के कई हिस्सों, खासकर मध्य और पश्चिमी इलाकों में मूसलाधार बारिश और बाढ़ ने हालात और खराब कर दिए हैं। गुजरात में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश की वजह से अहमदाबाद समेत कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। मौसम विभाग ने गुजरात के साथ-साथ मध्य प्रदेश, राजस्थान, गोवा और महाराष्ट्र में अगले दो-तीन दिनों तक भारी बारिश और अचानक बाढ़ की चेतावनी जारी की है।
त्रिपुरा में बाढ़ से स्थिति बिगड़ी
इसके अलावा नॉर्थ ईस्ट में भारी बारिश से भी नुकसान हुआ है। त्रिपुरा में बाढ़ के कारण स्थिति गंभीर है। राज्य सरकार ने केंद्र से मदद की अपील की है। अगले दो दिनों में भारी बारिश के आसार हैं, ऐसे में हालात और बिगड़ सकते हैं। गोमती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। राज्य में 471 राहत शिविरों में 70,000 लोग रह रहे हैं।
दिल्ली-एनसीआर में रुक-रुक कर बारिश
सोमवार को दिल्ली-एनसीआर में रुक-रुक कर बारिश हुई। जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। साथ ही माहौल खुशनुमा हो गया था। हालांकि कुछ स्थानों पर सड़कों पर जलभराव के कारण पैदल यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हिमाचल प्रदेश में बारिश और भूस्खलन के कारण 41 सड़कें बंद हो गई हैं। 211 बिजली परियोजनाएं भी ठप पड़ी हैं।

26 दिन बाद केदारनाथ यात्रा
गौरीकुंड को 26 दिन बाद सोमवार को यातायात के लिए खोल दिया गया। 31 जुलाई को भूस्खलन के कारण 19 किलोमीटर लंबी सड़क क्षतिग्रस्त हो गई थी। सड़क बंद होने की वजह से 11 हजार श्रद्धालु सड़क पर फंस गए थे, जिन्हें धीरे-धीरे सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
