पश्चिम बंगाल, एमपी में 2 की मौत, राजस्थान में भारी बारिश का अलर्ट
उत्तर प्रदेश में बारिश के कारण 21 जिलों में 5 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। यमुना, घाघरा, शारदा, सरयू और अजीर नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। प्रयागराज, मिर्जापुर और इटावा में स्कूल आज बंद हैं।
लखीमपुर खीरी के 220 गांवों और जालौन के 15 से ज्यादा गांवों में यमुना का पानी लौट आया है। वाराणसी में गंगा खतरे के निशान से महज 44 सेंटीमीटर दूर है। 85 घाट और 2000 छोटे-बड़े मंदिर जलमग्न हो गए हैं।
नेपाल में भारी बारिश के कारण बिहार की नदियां भी उफान पर हैं। पटना में गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए दायरा इलाके के 76 स्कूलों को 21 सितंबर तक बंद कर दिया गया है. नालंदा में भी जिरायण नदी का जलस्तर बढ़ गया है।
पश्चिम बंगाल के बीरभूम, बांकुरा, हावड़ा, हुगली, उत्तर-दक्षिण 24 परगना, पूर्व-पश्चिम मेदिनीपुर, पश्चिम बर्दवान जिले भी बाढ़ जैसे हैं। राज्य में 24 घंटे में दो लोगों की मौत भी हुई है।
मध्य प्रदेश के 24 से अधिक जिलों में मंगलवार को भारी बारिश हुई। मौसम विभाग ने बताया कि राज्य में मानसून सीजन में अब तक 41 इंच बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से 10 फीसदी अधिक है, मौसम विभाग ने कहा कि राजस्थान के 22 जिलों में आज भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। इसके अलावा मध्य प्रदेश और हरियाणा समेत 13 राज्यों में भारी बारिश की संभावना है।
पश्चिम बंगाल के 9 जिलों में बाढ़ के चलते कई बांधों और बैराजों से पानी छोड़ा गया है। दुर्गापुर बैराज से एक लाख 33 हजार क्यूसेक, कांगसाबती बांध से 40 हजार क्यूसेक, मैथन बांध से दो लाख क्यूसेक और पंचेत बांध से 50 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। बांध के आसपास के इलाकों को अलर्ट पर रखा गया है।
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