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कई राज्यों के सीएम और मंत्री होंगे शामिल
Gwalior news: माधव राव सिंधिया की पत्नी और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां राजमाता माधवी राजे का बुधवार को निधन हो गया। उनका पार्थिव शरीर ग्वालियर पहुंच चुका है. यहां दोपहर तीन बजे तक अंतिम दर्शन के लिए रखी जाएगी। शाम 5 बजे सिंधिया छत्री पर उनका राजशाही परंपरा के मुताबिक अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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राजमाता की अंत्योष्टि में कई राज्यों के समेत प्रदेश के कई मंत्री और नेता शामिल होंगे। जिनमे सीएम डॉ. मोहन यादव, छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय और राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा का आना तय है. साथ ही नेपाल, बड़ोदरा और जम्मू के राजघराने के भी ग्वालियर पहुंचेंगे।इसके साथ ही ग्वालियर-चंबल अंचल के आठ जिलों ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, अशोकनगर, गुना से भी लाखों लोगों के पहुंचने का अनुमान है.
Gwalior news:व्यवस्था के लिए 2 हजार जवान तैनात
राजमाता की अंतिम विदाई के चलते ग्वालियर में कई VVIP और VIP के साथ राजघरानों के सदस्य आ रहे हैं। ऐसे में पुलिस ने भी सुरक्षा के इंतजाम किए हैं। दो हजार से ज्यादा जवान और अधिकारियों को तैनात किए गए हैं। एयरपोर्ट से लेकर सिंधिया छत्री तक किलेबंदी की गई है। पुलिस ने छत्री परिसर को नो व्हीकल जोन घोषित किया है। जिस रूट से अंतिम यात्रा निकलनी है, वहां न कोई आ पाएगा, न जा पाएगा।
Gwalior news:अंतिम यात्रा का ये रहेगा रुट
राजमाता माधवी राजे की अंतिम यात्रा रानी महल गेट के सामने महल के दरवाजे से निकाली जाएगी। यात्रा में शामिल परिवार और वीआईपी वाहनों में सवार होकर निकलेंगे। यहां से अचलेश्वर चौराहा, कटोराताल रोड होते हुए छत्री परिसर के गेट नंबर तीन से अंदर प्रवेश करेगी। इसी दरवाजे से आम लोगों को भी एंट्री दी जाएगी, लेकिन जब अंतिम यात्रा यहां पहुंचेगी, तो आम लोगों का प्रवेश बंद कर दिया जाएगा।
Gwalior news:छत्री में बैठने का इंतजाम
सिंधिया छत्री परिसर में सभी के खड़े होने और बैठने के लिए व्यवस्था है। राजमाता माधवी राजे सिंधिया का अंतिम संस्कार होगा, वहां एक ओर आम लोगों के तो दूसरी तरफ VVIP और उसके पास में दायीं तरफ वीआईपी बैठेंगे। इनके आने के लिए अलग-अलग गेट रखा किए गए हैं। सामने की ओर शाही घरानों से आने वाले सदस्य रहेंगे।
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