Gwalior चम्बल अंचल की शान बंदूक अब गणेश उत्सव के दौरान पंडाल में स्थापित गणपति बप्पा के हाथ में बंदूक थमा दी गई है। इसके पीछे युवाओं की सोच है भगवान के साथ में जो पारम्परिक हथियार थे वो पुराने हो चुके हैं जिनसे राक्षस डरा करते थे।अब आधुनिकता के दौर में आतंकवादी हैं जिनके लिए बंदूक और।र आधुनिक हथियार जरूरी हैं। बता दें कि ग्वालियर चम्बल अंचल में बंदूक रखना शान और रौब की बात समझी जाती है खासकर युवाओं में बंदूक का शौक है। यही वजह है कि अब युवा अपने आराध्य गणेश जी को बंदूक के साथ देखना चाहते हैं।