त्यौहारी मौसम दस्तक दे चुका है और अक्टूबर में रिज़र्व बैंक कि समीक्षा बैठक है ऐसे में आमजन यह अपेक्षा लेकर
बैठा है की क्या रिज़र्व बैंक ब्याज़ दरों में कटौती करेगा जिससे ई एम ऑय में कुछ राहत मिल सके और इस आशा को
बल भी मिलता है जब फेडरल रिज़र्व ने ब्याज़ दरों में कटौती कि शुरुआत कर दी है I
हालांकि भारत के अर्थशास्त्रीयों कि राय इस मामले में अलग है अधिकांश लोगों का मानना है की रिज़र्व बैंक ब्याज़
दरों में अभी कोई कटौती नहीं करेगा और कटौती कि शुरुआत में अभी कुछ समय लग सकता है I रिज़र्व बैंक ने फरवरी
2023 के बाद से ब्याज़ दरों में कोई बदलाव नहीं किया है I
महंगाई दर भी निचे आने की उम्मीद
अधिकांश अर्थशास्त्रीयों का यह मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में मजबूती बनी हुई है और आगे भी मजबूत बने
रहने के संकेत मिल रहे हैँ और खाद्य महंगाई दर भी निचे आने की उम्मीद बनी हुई है और फिलहाल रिज़र्व बैंक पर
ब्याज़ दरें घटाने का कोई दबाव नहीं है इसलिए वह आक्रमक रुख ना अपनाते हुए करेंसी की स्थिरता और मजबूत
अर्थव्यवस्था का विश्लेषण करते हुए अक्टूबर की समीक्षा बैठक में ब्याज़ दरों में कोई बदलाव ना करें और अगर सारी
परिस्थितियां अनुकूल रहीं तो दिसंबर समीक्षा बैठक में ब्याज़ दरों में कोई बदलाव देखा जा सकता है I