farooq abdullah vande bharat katra reaction : भावुक हुए फारूक अब्दुल्ला, बोले- अब कश्मीर का दिल से जुड़ाव हुआ
farooq abdullah vande bharat katra reaction : श्रीनगर: नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख और जम्मू-कश्मीर के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके डॉ. फारूक अब्दुल्ला मंगलवार को वंदे भारत ट्रेन से श्रीनगर के नौगाम स्टेशन से कटरा की यात्रा पर निकले। यात्रा के दौरान उन्होंने देश की अभूतपूर्व इंजीनियरिंग उपलब्धि चिनाब ब्रिज को देखा और भावुक हो उठे। उनकी आंखें नम थीं और दिल भावनाओं से भर गया।
वह बोले,
“माता ने बुलाया है… कटरा जा रहा हूं, ये केवल यात्रा नहीं, एक भावनात्मक सफर है।”
देश से दिल का कनेक्शन बना यह ट्रेन लिंक: फारूक अब्दुल्ला
फारूक अब्दुल्ला ने इस यात्रा को एक ऐतिहासिक क्षण बताया। उन्होंने कहा कि इस सीधी रेल संपर्क से कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों के बीच दिलों का जुड़ाव संभव हुआ है।
उनके मुताबिक,
“यह केवल एक ट्रेन नहीं, यह कश्मीर के सपनों को देश से जोड़ने वाली ‘जीवन रेखा’ है।”
जब ट्रेन चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल से गुज़री, तो फारूक अब्दुल्ला की आंखों से आंसू छलक पड़े। उन्होंने इंजीनियरों और श्रमिकों की सराहना करते हुए कहा,
“क्या ग़ज़ब की तकनीक है… इस पुल ने दिल छू लिया।”
🌉 चिनाब ब्रिज: एफिल टॉवर से भी ऊंचा अद्भुत चमत्कार
चिनाब पुल, जो समुद्र तल से 1,178 फीट ऊपर है, दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज है। यह एफिल टॉवर से भी ऊंचा है।
करीब 41,000 करोड़ रुपये की लागत से बने इस रेल लिंक में 100 किमी से अधिक लंबी सुरंगें भी हैं।
यह परियोजना उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक (USBRL) का हिस्सा है, जो कश्मीर को भारत के बाकी हिस्सों से रेल मार्ग से जोड़ता है।
🚄 वंदे भारत: मोदी सरकार का बड़ा तोहफा
यह सेवा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 जून को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की मौजूदगी में हरी झंडी दिखाकर शुरू की थी। अब्दुल्ला ने इसका स्वागत करते हुए कहा,
“यह कश्मीर को भारत से स्थायी रूप से जोड़ने वाला कदम है।”
उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्रियों मनमोहन सिंह और अटल बिहारी वाजपेयी की दूरदर्शिता की भी सराहना की और कहा कि पीएम मोदी ने इस सपने को साकार किया।
🌍 पर्यटन और व्यापार को मिलेगा बढ़ावा
फारूक अब्दुल्ला ने वंदे भारत सेवा को कश्मीर के फल व्यापारियों, शिक्षा, और पर्यटन के लिए गेम चेंजर बताया।
उन्होंने कहा,
“अब सेब और अन्य फलों को देश के कोने-कोने तक पहुंचाना आसान होगा। पर्यटक भी इस ट्रेन से आसानी से कश्मीर पहुंच सकेंगे।”
उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि 3 जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा के लिए बड़ी संख्या में लोग ट्रेन से आएंगे।
🙏 “माता ने बुलाया है”: कटरा स्टेशन पर हुआ भावनात्मक स्वागत
कटरा स्टेशन पर जैसे ही वंदे भारत पहुंची, नेशनल कॉन्फ्रेंस के कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए और फूलों से स्वागत किया।
फारूक अब्दुल्ला ने उतरते ही कहा:
“आया है बुलावा शेरावाली का…”
यह सुनकर वहां मौजूद श्रद्धालु भी धार्मिक नारों में शामिल हो गए। यह दृश्य एक राजनीतिक यात्रा से ज्यादा आध्यात्मिक अनुभव जैसा था।
📸 यात्रा के भावनात्मक पल
- चिनाब ब्रिज पर पार करते वक्त फारूक अब्दुल्ला की आंखें हुईं नम
- इंजीनियरों और श्रमिकों को दिया धन्यवाद
- कटरा स्टेशन पर कार्यकर्ताओं ने किया भव्य स्वागत
- “यह केवल विकास नहीं, यह दिलों का जुड़ाव है”—अब्दुल्ला
📢 फारूक अब्दुल्ला की कटरा यात्रा सिर्फ रेल यात्रा नहीं, बल्कि एक गहरे भावनात्मक और सांस्कृतिक जुड़ाव की कहानी है। वंदे भारत ट्रेन और चिनाब ब्रिज ने एक बार फिर साबित किया है कि विकास जब दिल से जुड़ता है, तो वह सिर्फ ढांचा नहीं, इतिहास बन जाता है।
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