🔥 मई 2025 में भारत में सब्जियों और चिकन के दामों में आई राहत
भारत में मई 2025 में घरेलू वेज और नॉन-वेज थाली की कीमतों में सालाना आधार पर लगभग 6% की गिरावट आई है। यह जानकारी क्रिसिल की ‘रोटी राइस रेट’ (RRR) रिपोर्ट में दी गई है। इस गिरावट का मुख्य कारण सब्जियों और ब्रॉयलर चिकन की कीमतों में आई कमी है।
🥔 सब्जियों की कीमतों में गिरावट
सब्जियों की कीमतों में गिरावट ने वेज थाली की लागत में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। टमाटर की कीमतों में सालाना आधार पर 34% की गिरावट आई है, जो ₹32 प्रति किलोग्राम से ₹21 प्रति किलोग्राम हो गई है। प्याज और आलू की कीमतों में भी क्रमशः 6% और 2% की गिरावट दर्ज की गई है। इससे वेज थाली की कीमत में कमी आई है।
🍗 चिकन की कीमतों में कमी
नॉन-वेज थाली की कीमतों में कमी का एक प्रमुख कारण ब्रॉयलर चिकन की कीमतों में आई गिरावट है। चिकन की कीमतों में सालाना आधार पर 15% की गिरावट आई है, जिससे नॉन-वेज थाली की लागत में कमी आई है।
🛢️ खाद्य तेल और गैस सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि
हालांकि सब्जियों और चिकन की कीमतों में गिरावट आई है, लेकिन खाद्य तेलों और एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि ने थाली की लागत पर असर डाला है। खाद्य तेलों की कीमतों में 19% और गैस सिलेंडर की कीमतों में 6% की वृद्धि हुई है।
📉 थाली की लागत में गिरावट का प्रभाव
मई 2025 में वेज थाली की औसत कीमत ₹26.20 रही, जो मई 2024 में ₹27.80 थी। नॉन-वेज थाली की औसत कीमत ₹52.60 रही, जो मई 2024 में ₹55.90 थी। इससे उपभोक्ताओं को खाद्य सामग्री की लागत में राहत मिली है।
🔮 भविष्य में कीमतों की संभावनाएं
क्रिसिल के निदेशक पूषन शर्मा के अनुसार, मौसमी बदलावों के कारण सब्जियों की कीमतों में वृद्धि हो सकती है। हालांकि, मजबूत घरेलू उत्पादन के बीच गेहूं और दालों की कीमतों में थोड़ी कमी की उम्मीद है। इस बीच चावल की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है।
🧾 थाली की औसत लागत की गणना
क्रिसिल ने नॉर्थ, साउथ, ईस्ट और वेस्ट इंडिया में मौजूदा फूड कीमतों के आधार पर घर में थाली तैयार करने की औसत लागत की गणना की है। इसमें अनाज, दालें, ब्रॉयलर्स (चिकन), सब्जियां, मसाले, खाद्य तेल और कुकिंग गैस जैसी सामग्रियों की कीमतों को शामिल किया गया है।
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