
BHOPAL CRIME: भोपाल पुलिस सभी थानों में आगामी एक दिसंबर से साइबर हेल्प डेस्क की शुरूआत करने जा रही है। जिससे साइबर ठगी के शिकार लोगों को अब भटकने की जरूरत नहीं होगी। पांच लाख रुपए तक के फ्रॉड की शिकायत थानों में ही दर्ज की जाएगी। साइबर फ्रॉड की शिकायत मिलते ही किस तरह कार्रवाई करना है। इन तमाम बारिकियों को लेकर शहर के तमाम थानों के प्रभारियों की ट्रेनिंग भी शुरू कर दी गई है।
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तीन दिवसीय इस टैनिंग की शुरूआत गुरुवार को भोपाल के पुलिस कंट्रोल रूम में की गई। DCP क्राइम अखिल पटेल ट्रेनिंग देने का काम कर रहे हैं। पुलिस कमिश्नर हरीनारायणचारी मिश्रा ने बताया कि साइबर क्राइम इन दिनों बड़ी चुनौती बन चुका है। इसको ध्यान में रखते हुए गुरुवार को जिला पुलिस ट्रैनिंग प्रोग्राम की शुरुआत की गई है।
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जिसमें सभी सीनियर अधिकारियों सहित शहर के सभी थाना प्रभारियों को साइबर अपराधों से जुड़ी बारिकीयों की जानकारी दी जा रही है। जिसमें खास तौर पर साइबर क्राइम के नए ट्रेंड, किस तरह के साइबर टूल्स का इस्तेमाल करना है। फारेंसिक टूल का किस तरह से इस्तेमाल करना है। साइबर अपराधों की जांच में किन बारीकियों का ध्यान रखना है। पुलिस कमिश्नर ने बतया की एक सप्ताह तक हर थाने से चुनिंदा दस-दस कर्मचारियों को साइबर अपराधों को दर्ज करने और इनकी जांच और विवेचना सहित बारीकियों को समझाने की ट्रैनिंग दी जाएगी। जिससे साइबर क्राइम का ग्राफ घटाने में कमी आएगी।