
हैकर्स ने कई अहम जानकारियां चुराई
मिडिल ईस्ट में जारी युद्ध के बीच 12 अक्टूबर को ईरान पर बड़ा साइबर हमला हुआ है। मिली जानकारी के मुताबिक ईरान सरकार और परमाणु ठिकानों पर हुए इस साइबर हमले में कई अहम जानकारियां चोरी हुई हैं। इस हमले में सरकार की तीन शाखाओं को निशाना बनाया गया है।
यह साइबर अटैक कब हुआ और किसने किया, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। अक्टूबर में ईरान ने इजरायल पर मिसाइलों की बारिश की थी। तब से, इज़राइल को लाल-सामना करना पड़ा है और उसने बदला लेने का फैसला किया है। कुछ दिनों पहले इस्रायल के प्रधानमंत्री ने भी इस संबंध में एक बैठक की थी, जिसमें ईरान के परमाणु स्थलों को निशाना बनाने पर चर्चा हुई थी।
महत्वपूर्ण जानकारी चोरी हो गई
ईरान इंटरनेशनल ने ईरान की सुप्रीम काउंसिल ऑफ साइबरस्पेस के पूर्व सचिव फिरोजाबादी के हवाले से कहा कि ईरान सरकार की सभी तीन शाखाएं – न्यायपालिका, विधायिका और कार्यकारी शाखाएं – एक बड़े साइबर हमले की चपेट में आ गई हैं। यहां से बड़ी संख्या में जानकारियां चोरी हुई हैं।
हमले में परमाणु स्थल के साथ-साथ ईंधन वितरण, नगरपालिका नेटवर्क, परिवहन नेटवर्क, बंदरगाह और अन्य नेटवर्क को निशाना बनाया गया। यह देश भर के विभिन्न क्षेत्रों की एक लंबी सूची का हिस्सा है, जिन पर हमला किया जा रहा है।
यह साइबर हमला ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिका ने इजरायल पर कई प्रतिबंध लगा रखे हैं। इजरायल पर ईरान के मिसाइल हमले के बाद पेट्रोलियम और पेट्रोकेमिकल क्षेत्रों पर लगाए गए प्रतिबंध लगाए गए हैं। अमेरिका का यह कदम ईरान द्वारा मिसाइल कार्यक्रमों के लिए सरकारी सहायता प्रदान करने के बीच की कड़ी में है।