क्या दोनों मां के बीच खिलौना बने बच्चे?
Crime branch: मुम्बई के अंधेरी ईस्ट से भागकर ग्वालियर आए चार बच्चे ग्वालियर के माधव बाल निकेतन की केयर टेकर के घर पर मिले हैं.ट्रेन में सौतेली मां साथ थी पर खंडवा में उतरकर भाग गई, जबकि असली मां को पता था कि बच्चे कहां हैं। और मुंबई से लेकर ग्वालियर पुलिस बच्चों को लेकर परेशान.
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Crime branch: कहानी शुरु से…
Crime branch: 26 मई की रात 8.32 बजे मुम्बई के कल्याण से चारों बच्चे पंजाबमेल ट्रेन में एक साथ सवार थे उनके साथ उनकी सौतली मां भी थी.जब ट्रेन मध्य प्रदेश के खंडवा स्टेशन पर पहुंची तो सौतेली मां बच्चों को छोड़कर ट्रेन से उतर गई। वह वापस मुम्बई पहुंच गई.ट्रेन जब झांसी पहुंची तो उनको एक युवक मिला जो ग्वालियर बच्चों के लेकर आया और उन्हे माधव बाल निकेतन आश्रम पहुंचाया. मुरैना का राम गुर्जर, कैलारस मुरैना निवासी दिलीप धाकड़ की ऑटो में लेकर बच्चों को माधव बाल निकेतन लेकर गया। केयर टेकर प्रियंका भदौरिया उन्हें अपने घर ले गई। यहां बच्चों की असली मां उनसे मिलने आई। जब पुलिस को बच्चे मिले तो पुलिस पूरी कहानी में अभी भी उलछी नजर आ रही है, क्योंकि पूरी कहानी में कई किरदार थे जिन्हें पुलिस समझ नहीं पा रही थी.
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Crime branch:पुलिस ने ऐसे सुलझाई पहली
महाराष्ट्र मुम्बई के अंधेरी ईस्ट निवासी चार भाई-बहन जिसमें 18 साल की आर्या तिवारी, 15 साल अनुष्का व 08 साल की कुमुद तिवारी के साथ उनका भाई 11 वर्षीय भावेश 26 मई की रात घर से भागकर आए थे। ट्रेन में बच्चों की मुलाकात झांसी के मुरैना के किसी युवक से हुई थी। मुरैना का युवक को समझते देर नहीं लगी कि वह बच्चे भागकर आए हैं। 27 मई को ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर मुरैना के युवक ने पूछताछ की तो बच्चों ने पूरी बात बताई। इसके बाद मुरैना का युवक उन्हें माधव बाल निकेतन एवं वृद्धाश्रम पहुंचे। बच्चों ने ऑटो का ऑनलाइन किराया दिया था।
Crime branch:पेमेंट ट्रांसफर करने से मिली लिंक
बच्चों ने जब ऑटो चालक को अकाउंट से पेमेंट किया तो.उसकी की लिंक मुम्बई क्राइम ब्रांच को मिली। जिसके बाद क्राइम ब्रांच ग्वालियर पहुंची। ऑटो चालक को निगरानी में लिया तो उसने माधव बाल निकेतन में बच्चों को छोड़ना बताया था। जब पुलिस माधव बाल निकेतन प हुंची तो पता लगा कि वहां तो बच्चे आए ही नहीं हैं।जिसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने मुरैना के युवक को उठाया तो पता चला कि बच्चे केयर टेकर प्रियंका भदौरिया के घर पर है.
Crime branch: कुछ दिन पहले ही पिता ने की थी दूसरी शादी
मुम्बई क्राइम ब्रांच छह दिन ने इन बच्चों की तलाश कर रही थी। जबकि यहां बीच में एक बार बच्चों की असली मां केयर टेकर प्रियंका के घर पर आकर बच्चों से मुलाकात करके भी गई थी, लेकिन वहां उसने पुलिस को कुछ भी नहीं बताया है। कुछ समय पहले ही बच्चों के पिता ने उनकी मां को अपनी जिंदगी से बेदखल कर अन्य महिला से शादी कर ली थी। अब पुलिस यह भी पता कर रही है कि असली व सौतेली मां के बीच यह बच्चे कहीं खिलौना तो नहीं बन गए हैं। जिससे वह आपस में एक दूसरे पर वार पर वार करती जा रही हैं।
Crime branch: सौतेली मां खंडवा से क्यों लौटी
बच्चों के पिता मुम्बई में बिजनिसमैन है हैं। उन्होंने दूसरी शादी की है, जबकि लापता चारों बच्चे पहली पत्नी से हैं। जब मुम्बई क्राइम ब्रांच ने पड़ताल की तो पता लगा कि लापता होने वाली रात कल्याण स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरों में सौतेली मां भी उनके साथ ट्रेन में सवार होते दिख रही है। इसके बाद पता किया तो जानकारी मिली कि मध्य प्रदेश के खंडवा स्टेशन तक सौतेली मां बच्चों के साथ थी। खंडवा स्टेशन से वह उतरकर वापस मुम्बई पहुंच गई है। अब पुलिस पता लगा रही है कि सौतेली मां का टारगेट क्या था। उसने यह हरकत क्यों की है।
Crime branch: पुलिस का कहना
ग्वालियर के जनकगंज थाना के प्रभारी वितेन्द्र सिंह चौहान का कहना है कि मुम्बई पुलिस चार बच्चों को तलाशते हुए ग्वालियर आई है। ग्वालियर से एक ऑटो चालक व मुरैना से अन्य युवक को पकड़ा है। उनको साथ लेकर ही घूम रही है। बच्चे मिल गए हैं। अब पुलिस पूरी मामले में जांच कर रही है.