CM MOHAN NEWS: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रविवार को दोपहर 2:45 बजे जाम स्टेडियम हेलीपेड, पांढुर्णा से राजना के लिए प्रस्थान करेंगे। वे दोपहर 3:05 से 4:05 बजे तक आनंद धाम आश्रम में स्थानीय कार्यक्रम में भाग लेंगे, इसके बाद वे 4:25 बजे जामसांवली स्थित चमत्कारी श्री हनुमान मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना करेंगे।

हेलीपेड से राजना के लिये प्रस्थान करेंगे CM मोहन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रविवार दोपहर में जाम स्टेडियम हेलीपेड जिला पांढुर्णा में आगमन होगा, जहां दोपहर 2:45 बजे जाम स्टेडियम हेलीपेड से राजना के लिये प्रस्थान करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ.यादव दोपहर 3:05 से 4:05 बजे तक आनंद धाम आश्रम राजना में स्थानीय कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री डॉ.यादव 4:25 बजे चमत्कारिक श्री हनुमान मंदिर जामसावली में पहुंचकर पूजन-अर्चन करेंगे तथा 4:40 से 5:25 बजे तक मंदिर परिसर में मंचीय कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री डॉ.यादव शाम 5:25 बजे चमत्कारिक श्री हनुमान मंदिर जामसावली से प्रस्थान कर जाम स्टेडियम हेलीपेड से 5:35 बजे भोपाल के लिये प्रस्थान करेंगे।
CM MOHAN NEWS: पीपल के पेड़ के नीचे रुके थे भगवान हनुमान
इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि पौराणिक कथाओं एवं मान्यताओं के अनुसार रामायण काल में भगवान श्री राम और रावण के युद्ध में मेघनाथ ने जब लक्ष्मण जी को शक्ति बाण से मूर्छित किया तब संजीवनी बूटी से भरा सुमेरु पर्वत हिमालय से लेकर हनुमान जी जा रहे थे उस दौरान जाम सांवली स्थित पीपल के पेड़ के नीचे विश्राम के लिए रुके थे.
CM MOHAN NEWS: चमत्कारीक है जामसांवली मंदिर

पांढुर्णा से करीब 25 किमी की दूरी पर जामसांवली हनुमान मंदिर है। जामसांवली मंदिर करीब 100 वर्षो पुराना है। यहां सबसे अधिक श्रद्धालु मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र से पहुंचते हैं। जामसांवली मंदिर की एक और खास बात ये भी है कि यहां हनुमान जी की मूर्ति की नाभि से जल निकलता है। भक्त इसे प्रसाद के रूप में लेते हैं। मान्यता है कि यहां मानसिक स्थिति से पीड़ित लोगो को पवित्र जल से सुधार मिलता है।
CM MOHAN NEWS: मंदिर प्रांगण के अंदर चिरंजीवी पथ होगा
बताया गया है कि मंदिर का प्रवेश द्वार मराठवाड़ा वास्तुकला से प्रेरित होगा. मंदिर प्रांगण के अंदर मुक्ताकाश मंच और चिरंजीवी पथ होगा. जब ये हनुमान लोक पूरा होगा तो इसके अंदर प्रसाद, पूजन सामग्री एवं भोजन आदि व्यवस्था के लिए 120 दुकान एवं फूड कोर्ट बनेंगे. दूसरे चरण में यहां के रामटेकरी पर्वत की परिक्रमा के लिए संजीवनी पथ का विकास किया जाएगा. इसके अलावा इसी प्रोजेक्ट के तहत अष्टसिद्धि केंद्र एवं संस्कृत विद्यालय भी बनाया जाएगा.