Bilaspur Passenger Goods Train Collision 2025 :छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में रेल हादसा हुआ। बिलासपुर-कटनी रेल मार्ग पर लालखदान के पास, गेवरा रोड-बिलासपुर मेमू पैसेंजर ट्रेन और एक मालगाड़ी की आमने-सामने टक्कर हो गई। इस टक्कर से पैसेंजर ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए और हादसे में कई लोगों के घायल होने की खबर है। रिपोर्ट्स के अनुसार, लगभग 10 लोगों की मौत की आंशका जताई जा रही है कई लोग घायल है
हादसे की वजह और जांच जारी
मौके पर रेलवे और लोकल प्रशासन की टीम तुरंत पहुंची और राहत तथा बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। हादसे के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन रेलवे पुलिस और जांच एजेंसियां इसे गंभीरता से ले रही हैं। दुर्घटना के कारण इलेक्ट्रिक लाइन और सिग्नल सिस्टम को भी नुकसान पहुंचा है, जिसके कारण बिलासपुर-कटनी रूट पर ट्रेनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है। रेलवे प्रशासन ने प्रभावित रूट पर सेवाएं रोक दी हैं और कई ट्रेनों को रद्द या डायवर्ट कर दिया गया है।
राहत और बचाव कार्य
रेस्क्यू टीम, मेडिकल स्टाफ और पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया। रेलवे ने कहा है कि वे सभी जरूरी संसाधनों का इस्तेमाल करके प्रभावित यात्रियों की मदद करेंगे। स्थानीय लोग भी राहत काम में जुटे हुए हैं। हादसे के प्रभावित परिवारों के लिए प्रशासन ने सहायता का आश्वासन दिया है।
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यातायात और रेलवे सेवाओं पर प्रभाव
हादसे के कारण बिलासपुर-कटनी मार्ग पर यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया है। रेलवे प्रशासन ने यात्रा करने वाले लोगों को वैकल्पिक इंतजामों के बारे में सूचित किया है और संबंधित ट्रेनों के लिए रूट डायवर्ट की गई है। रेलवे लाइन की मरम्मत और सिग्नल सिस्टम की बहाली में कई घंटे का समय लग सकता है।
बिलासपुर ट्रेन हादसे ने यात्रियों और रेलवे अधिकारियों के लिए खतरा पैदा किया है। हादसे की जांच जारी है और रेलवे प्रशासन इसे रोकने के लिए कड़े सुरक्षा मानदंड लागू करेगा। इस हादसे ने फिर से रेलवे संचालन में सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करने की आवश्यकता को रेखांकित किया है।
4 नवंबर को बिलासपुर के लालखदान क्षेत्र में पैसेंजर ट्रेन और मालगाड़ी के बीच आमने-सामने की टक्कर हुई, जिसमें छह लोगों की मौत हुई और कई घायल हुए। हादसे के कारण रेलवे मार्ग ठप हो गया है, जबकि राहत और बचाव कार्य जारी हैं। कारणों की जांच भी चल रही है।
