सरकार की और से GST कारोबारियों के लिये बड़ी राहत की ख़बर है की अब से कारोबारियों को input tax credit और
GST रिटर्न्स भरना और भी आसान होगा, सरकार ने एक नई सुविधा Invoice Management System शुरू कर दिया
है I
इस सुविधा के तहत अब कारोबारी ना सिर्फ अपना Input Tax Credit खुद तय कर पाएंगे बल्कि अपना सही रिटर्न्स भी भर पाएंगे I इस सुविधा से Invoice Mismatch की संभावना ना केवल कम होगी बल्कि इस कारण से ज़ारी होने वाले नोटिस मे भी कमी आएगी और फ़र्ज़ी बिलिंग पर भी रोक लग जाएगी I
सरकार ने 1 अक्टूबर से GST portal पर Invoice Management System लागू कर दिया है जिसकी वजह से नवंबर से सभी GST दायक कारोबारी इस system के माध्यम से अपने विक्रेताओं की बिलिंग जो Inward Billing कहलाती है और Input Tax Credit के claim को एडजस्ट कर सकेंगे और उनको यह अधिकार भी होगो की विक्रेताओं के bill को स्वीकार करें, रिजेक्ट करें या पेंडिंग मे डाल दें I
GSTR 2B हर महीने की 14 तारीख को जनरेट होता है लिहाजा अगले महीने यानी 14 नवंबर को यह Invoice Management System से ही जनरेट होगा और GST दायक कारोबारी जो भी इस system के माध्यम का उपयोग करेगा उसी आधार पर उसका स्वयं का पहले से भरा हुआ GSTR 3B रिटर्न्स जनरेट होगा I
कर सालाहकारों का मानना है की इस system से सभी को tax गणना मे आसानी होगी और GST नोटिस के आने की भी संभावना कम रहेगी I
Invoice Management सय्यस्टम को GST कारोबारियों को समझना इसलिए भी ज़रूरी है क्योंकि जनवरी 2025 से
GSTR 3B मे किसी भी प्रकार का संशोधन नहीं किया जा सकेगा इसलिए समय रहते GSTR 2B का सही से विश्लेषण
कर लें ताकि भविष्य मे किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत ना आये और GST रिटर्न्स भरने मे कोई असुविधा ना हो I