Bhanvad News: देवभूमि द्वारका ज़िले के भनवड़ नगर में उस वक्त शोक की लहर दौड़ गई जब विमान दुर्घटना में मृत मां और बेटे के पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए उनके गृहनगर लाए गए। 12 जून को अहमदाबाद से उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की एक फ्लाइट हादसे का शिकार हो गई थी। इस दुखद हादसे में मूल रूप से भनवड़ की रहने वाली 25 वर्षीय ऋद्धिबेन हरीशभाई गोधानिया और उनके तीन वर्षीय बेटे क्रियांश हरीशभाई गोधानिया की जान चली गई।

Bhanvad News: अलग-अलग एम्बुलेंस में भनवड़ लाया गया
मां-बेटे लंदन यात्रा पर जा रहे थे, लेकिन दुर्भाग्यवश वे विमान हादसे का शिकार हो गए। डीएनए जांच की पुष्टि के बाद, 17 जुलाई को दोनों के पार्थिव शरीर परिजनों को सौंपे गए। इसके अगले दिन, 18 जुलाई की सुबह पुलिस पायलटिंग के साथ दोनों शवों को अलग-अलग एम्बुलेंस में भनवड़ लाया गया।
Bhanvad News: अंतिम संस्कार विधिवत रूप से किया गया
सुबह 9:00 बजे भावुक माहौल में परिजनों, स्थानीय लोगों और प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में अंतिम संस्कार की रस्में पूरी की गईं। क्रियांश को हिंदू परंपराओं के अनुसार समाधि दी गई, जबकि ऋद्धिबेन का अंतिम संस्कार विधिवत रूप से किया गया।
Bhanvad News: शहर शोक में डूबा हुआ नजर आया
इस अंतिम विदाई में एसडीएम, डीवाईएसपी, मामलतदार, नगर सीओ, नगरपालिका अध्यक्ष और स्थानीय भाजपा अध्यक्ष सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। पूरे भनवड़ में मातम का माहौल था, हर आंख नम थी और पूरा शहर शोक में डूबा हुआ नजर आया।
पूरे इलाके के लिए एक गहरा आघात बन गई
यह घटना केवल एक परिवार के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे इलाके के लिए एक गहरा आघात बन गई है। समाज ने एक बार फिर इस हादसे से यह महसूस किया कि जीवन कितना अस्थिर और अनिश्चित है। मां और बेटे की इस दर्दनाक मौत ने कई दिलों को झकझोर दिया और भनवड़ की यादों में हमेशा के लिए दर्ज हो गई।
देवभूमि द्वारका प्रशासन और समाज के लोगों ने इस कठिन समय में परिवार को सहानुभूति और समर्थन दिया, जो संवेदनशीलता और एकजुटता का प्रतीक है।
रिपोर्टर: घनश्यामसिंह वढेर, देवभूमि द्वारका