
jalebi eat
Benefits and Risks of Jalebi: जलेबी भारत की सबसे लोकप्रिय मिठाइयों में से एक है, जिसे हर उम्र के लोग बड़े चाव से खाते हैं। शादी-ब्याह हो, त्योहार हो या सुबह के नाश्ते में पोहा-जलेबी का स्वाद, यह मिठाई हर मौके पर पसंद की जाती है, लेकिन जरूरत से ज्यादा जलेबी आपके स्वास्थ्य पर भारी पड़ता है. इसलिए सीमित मात्रा में जलेबी का सेवन करना चाहिए। हालांकि स्वादिष्ट जलेबी खाने के कुछ फायदे भी हैं और नुकसान भी…
Read More:Benefits of Hibiscus: एक अद्भुत फूल जो मधुमेह, तनाव, अन्य बीमारियों से देगा राहत…
अगर आप अपने शरीर का वजन बढ़ाना चाहते हैं तो जलेबी का सेवन करें. दरअसल, इसमें कैलोरी की मात्रा काफी ज्यादा होती है, जो वजन बढ़ाने में मददगार हो सकती है
मौजूद पोषक तत्व
जलेबी मुख्य रूप से मैदा, चीनी और घी या तेल से बनाई जाती है। इसे डीप फ्राई करने के बाद चाशनी में डुबोया जाता है, जिससे यह मीठी और कुरकुरी बनती है। इसमें मौजूद पोषक तत्व कार्बोहाइड्रेट, फैट (वसा), शुगर (चीनी), कैलोरी, 150-200 कैलोरी हो सकती हैं।
सबकी पसंददीदा मिठाई जलेबी खाने के फायदे
1. तत्काल ऊर्जा करें प्रदान
अगर आपको तुरंत एनर्जी चाहिए, तो जलेबी खाना फायदेमंद हो सकता है। इसमें मौजूद चीनी और कार्बोहाइड्रेट तुरंत ग्लूकोज में बदल जाते हैं, जिससे शरीर को ऊर्जा मिलती है। यही कारण है कि कई लोग सुबह के नाश्ते में इसे खाना पसंद करते हैं।
2. मूड बूस्टर
जलेबी खाने से शरीर में डोपामाइन और सेरोटोनिन नामक हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जो आपको खुशी और संतुष्टि का एहसास कराते हैं। जलेबी खाने से आपका मूड बेहतर हो सकता है। इसकी मिठास स्ट्रेस रिलीज करने में आपकी मदद करती है। यह आपके मस्तिष्क के स्ट्रेस और चिंता को कम करता है।
3. व्रत और उपवास के बाद अच्छा ऑप्शन
उपवास या व्रत के बाद शरीर को तुरंत एनर्जी चाहिए होती है, ऐसे में जलेबी खाना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इसमें मौजूद शुगर शरीर को जल्दी से ग्लूकोज प्रदान करती है, जिससे कमजोरी दूर होती है।
4. सिरदर्द को कम करें..
सिरदर्द को कम करने के लिए जलेबी खाया जा सकता है, खासतौर पर तनाव करके सिरदर्द को कम करने में यह बहुत ही प्रभावी है।
5. ठंड के मौसम में फायदेमंद
सर्दियों में गरमागरम जलेबी खाने से शरीर में गर्मी बनी रहती है। कई लोग इसे हल्के गुनगुने दूध के साथ खाते हैं, जो स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद माना जाता है।
6. पीलिया के लिए फायदेमंद..
पीलिया रोगियों को जलेबी का सेवन करने की सलाह दी जाती है. इससे पीलिया में होने वाली परेशानियों को कम किया जा सकता है।
7. वजन बढ़ाने में मददगार
अगर कोई व्यक्ति वजन बढ़ाना चाहता है,
तो उसके लिए जलेबी फायदेमंद हो सकती है।
इसमें अधिक मात्रा में कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो वजन बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
जलेबी खाने के नुकसान
1. वजन बढ़ाने का कारण
जलेबी में हाई कैलोरी और शुगर होती है,
जिससे अधिक सेवन करने पर वजन तेजी से बढ़ सकता है।
खासकर, जो लोग मोटापे से परेशान हैं, उन्हें इसे कम मात्रा में ही खाना चाहिए।
2. डायबिटीज मरीजों के लिए हानिकारक
इसमें शुगर की मात्रा बहुत अधिक होती है,
जो डायबिटीज मरीजों के लिए खतरनाक हो सकती है।
इसका सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल अचानक बढ़ सकता है,
जिससे स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है।
3. हृदय संबंधी समस्याएं बढ़ाएं
ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट जलेबी में होते हैं,
जो कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकते हैं।
इससे हृदय संबंधी समस्याएं, जैसे हाई बीपी, दिल की धमनियों में रुकावट,
हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है।
4. पेट से जुड़ी हो सकती हैं समस्याएं
इसमें चीनी की अधिक मात्रा होती है,
जिससे पाचन तंत्र पर दबाव पड़ सकता है।
जलेबी खाने से एसिडिटी, गैस और अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
5. त्वचा पर डाल सकती है बुरा असर
अधिक मात्रा में चीनी का सेवन करने से स्किन पर दाने, पिंपल्स और झुर्रियां आ सकती हैं।
अगर आप अपनी त्वचा को स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो जलेबी का सीमित मात्रा में सेवन करें।
किन लोगों को जलेबी नहीं खानी चाहिए?
1. डायबिटीज मरीजों को – अधिक शुगर होने के कारण यह खतरनाक हो सकती है।
2. मोटापे से परेशान लोगों को – वजन बढ़ाने का कारण बन सकती है।
3. हृदय रोगियों को – कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकती है।
4. एसिडिटी और गैस की समस्या वाले लोगों को – पाचन से जुड़ी समस्याएं बढ़ा सकती है।
5. बच्चों को सीमित मात्रा में देना चाहिए – अधिक चीनी उनके दांतों और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है।
कब नहीं खाना चाहिए?
1. रात में जलेबी न खाएं – रात में जलेबी खाने से वजन बढ़ सकता है और पाचन तंत्र पर असर पड़ सकता है।
2.खाली पेट न खाएं – खाली पेट जलेबी खाने से ब्लड शुगर अचानक बढ़ सकता है।
3.ज्यादा गर्मी में न खाएं – गर्मियों में अधिक मीठा और तला-भुना खाने से एसिडिटी और डिहाइड्रेशन हो सकता है।
4.व्यायाम से पहले या बाद में न खाएं – इससे एनर्जी लेवल पर अचानक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे थकान महसूस हो सकती है।