Banaskantha: गुजरात के बनासकांठा जिले की वडगांव तहसील में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। छापी पुलिस स्टेशन की टीम ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जो खुद को डीवाईएसपी (DYSP) बताकर लोगों को धोखा दे रहा था। आरोपी की पहचान जितेंद्र उदय सिंह राठौड़ के रूप में हुई है, जो मूलतः अरावली जिले की मोडासा तहसील के सरदोई गांव का रहने वाला है।

Banaskantha: लोगों को अपने जाल में फंसा लिया
पुलिस की जानकारी के अनुसार, आरोपी इस समय अंबाजी में ‘जय अंबे रेजिडेंसी’ नामक स्थान पर रह रहा था, जहां वह अपना नाम बदलकर गुप्त रूप से रह रहा था। उसने खुद को गुजरात के मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात एक डीवाईएसपी अधिकारी के रूप में पेश किया और इसी झूठे परिचय का उपयोग करते हुए कई लोगों को अपने जाल में फंसा लिया।
पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत दर्ज कराई
सबसे बड़ी ठगी उसने छापी गांव के निवासी और पेशे से बिल्डर धनराजभाई मेघराजभाई चौधरी के साथ की। आरोपी ने विश्वास में लेकर बिल्डर से 38 लाख रुपये की भारी रकम ठग ली। ठगी की जानकारी मिलने के बाद बिल्डर ने छापी पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत दर्ज कराई।
Banaskantha: आगे की कार्रवाई की जा रही
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए छापी पुलिस स्टेशन की प्रभारी निरीक्षक (PI) हिना वाघेला ने तत्काल जांच शुरू की। तकनीकी और मैन्युअल साक्ष्यों के आधार पर आरोपी को ट्रैक किया गया और अंततः गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां आगे की कार्रवाई की जा रही है।
सरकारी पहचान का दावा करता
इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की अपील की है और ऐसे किसी भी व्यक्ति से सावधान रहने को कहा है जो फर्जी पद या सरकारी पहचान का दावा करता है।
मामले की विस्तृत जांच जारी
फिलहाल पुलिस यह भी जांच कर रही है कि आरोपी ने इसी तरह और कितने लोगों को निशाना बनाया है और क्या इसमें कोई अन्य व्यक्ति या गिरोह भी शामिल है। मामले की विस्तृत जांच जारी है।
संवाददाता: मोहन भाटिया, बनासकांठा