
_Anxiety Attack Symptoms (2)
Anxiety Attack Symptoms: एंजाइटी अटैक आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में बच्चे से लेकर बूढ़े तक इस समस्या से कई लोग जूझ रहें हैं, जब कोई किसी बात से ज्यादा परेशान हो या ज्यादा चिन्ता करता है, आत्मविश्वास की कमी इस तरह की कई चीजे है, जिससे उसे घबराहट और दिमाग में प्रेशर जैसा महसूस होता है, इससे पैनिक अटैक आ सकता है, यह अटैक किसी भी व्यक्ति को कभी भी आ सकता है और अगर इसे समय पर नियंत्रित न किया जाए, तो यह गंभीर मानसिक एवं शारीरिक समस्याओं का कारण बन सकता है। और यह समस्या बढ़ जाए वह व्यक्ति आत्महत्या भी कर सकता है, आज हम इस आर्टिकल में एंजाइटी अटैक के बारें में बताएंगे।
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क्या है एंजाइटी अटैक?
एंजाइटी अटैक एक मानसिक स्थिति है जिसमें व्यक्ति को अचानक भय, घबराहट, और बेचैनी महसूस होती है। यह कुछ ही मिनटों से लेकर कुछ घंटों तक रह सकता है। यह अटैक अक्सर तब आता है जब व्यक्ति किसी अत्यधिक तनावपूर्ण या डरावनी परिस्थिति का सामना करता है। जरुरत से ज्यादा टेंशन लेता है।
आखिर क्यों आता है एंजाइटी अटैक?
किसी कमजोर दिल या इमोशनल व्यक्ति को ये अटैक आने की संभावना ज्यादा होती है, जो एक बात को बहुत ज्यादा सोचते है, खुद में तनाव महसूस करने लगते हैं। जानिए अन्य वजहें..
1. मानसिक तनाव कुछ इन वजह से होता जैसे बढ़ता कार्यभार, परीक्षा का तनाव, आर्थिक परेशानियाँ या पारिवारिक समस्याएँ व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती हैं और एंजाइटी अटैक का कारण बन सकती हैं।
2. अगर किसी व्यक्ति को किसी चीज़ या स्थिति से अत्यधिक डर लगता है, तो वह एंजाइटी अटैक का शिकार हो सकता है। जैसे, किसी को ऊँचाई, अंधेरे या भीड़ से डर हो सकता है।
3. कैफीन या निकोटीन का सेवन और अत्यधिक कॉफी, चाय, सिगरेट, या नशीले पदार्थों का सेवन एंजाइटी अटैक की संभावना को बढ़ा सकता है।
4. अगर व्यक्ति को पर्याप्त नींद नहीं मिलती, तो उसका दिमाग ठीक से कार्य नहीं कर पाता और तनाव बढ़ जाता है, जिससे एंजाइटी अटैक आ सकता है।
5. बचपन में किसी दर्दनाक घटना का सामना करने वाले लोगों में एंजाइटी अटैक होने की संभावना अधिक होती है।
6. किसी करीबी की मौत, नौकरी छूटना, रिश्ते में टूटन या किसी गंभीर बीमारी का पता चलना भी एंजाइटी अटैक को ट्रिगर कर सकता है।
जानिए एंजाइटी अटैक के लक्षण..
इसके दौरान व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से बदलाव और प्रभाव नजर आते है।
1. दिल की धड़कन तेज हो जाना, सांस लेने में कठिनाई
2. चक्कर आना, हाथ-पैर ठंडे पड़ जाना, पसीना आना
3. पेट में मरोड़ या जी मिचलाना, थकान और कमजोरी महसूस होना
मानसिक तनाव के लक्षण..
1. अत्यधिक डर या घबराहट महसूस होना, मरने का डर लगना
2. अचानक नकारात्मक विचार आना, अत्महत्या का ख्याल आना।
3. खुद को बेबस महसूस करना, गहरी उदासी और बेचैनी
अगर ये लक्षण बार-बार दिखने लगें, तो बिना देर किए मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है।
कैसे करें इलाज?
1. चिकित्सीय उपचार (Therapy) ,दवाइयाँ (Medications) डॉक्टर की सलाह से लेनी चाहिए।
2. नियमित व्यायाम करने से शरीर में एंडोर्फिन नामक हार्मोन रिलीज होता है, जो तनाव को कम करता है और मानसिक स्थिति को बेहतर बनाता है।
3. योग और ध्यान करने से मानसिक शांति मिलती है और एंजाइटी को नियंत्रित किया जा सकता है। प्राणायाम और माइंडफुलनेस मेडिटेशन बहुत प्रभावी होते हैं।
4. रोजाना कम से कम 7-8 घंटे की अच्छी नींद लेना जरूरी है। इससे दिमाग रिलैक्स रहता है और एंजाइटी के अटैक आने की संभावना कम होती है।
5. खुद को व्यस्त रखें , नई चीजें सीखना, किताबें पढ़ना, पेंटिंग करना, या दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताना मानसिक तनाव को कम करने में मदद करता है।
6. एंजाइटी अटैक आने पर धीरे-धीरे गहरी सांस लें और छोड़ें। इससे दिमाग शांत होता है और घबराहट कम होती है।
7. दोस्तो से मिले, घरवालो के साथ समय बिताएं, घूमने जाए, अपने पसंदीदा शौक को पूरा करे।
8. हर दिन अपने पसंदीदा काम को जरुर करें जिससे आपको खुशी मिलती हो।
निष्कर्ष..
एंजाइटी अटैक यह मजाक की बात नही है, कई लोग इस वजह से आत्महत्या तक कर लेते है, यह एक गंभीर समस्या का रुप ले सकती है, लेकिन सही समय पर सही कदम उठाकर इसे नियंत्रित किया जा सकता है। मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना, सही खान-पान, व्यायाम और ध्यान जैसी आदतें अपनाना, और जरूरत पड़ने पर चिकित्सीय सलाह लेना जरुरी होता है।
अगर आप या आपका कोई करीबी इस समस्या से जूझ रहा है, तो इसे नजरअंदाज न करें और जल्द से जल्द उचित उपचार कराएं।