Agriculture News: श्योपुर:चंबल नहर में पानी छोड़े जाने की मांग को लेकर किसानों ने गुरुवार को भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के प्रदेश अध्यक्ष राधेश्याम मीणा मूंडला के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट, श्योपुर पर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन यादव के नाम कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ और डिप्टी कलेक्टर वाई एस तोमर को ज्ञापन सौंपा।
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कलेक्टर का आश्वासन
कलेक्टर ने किसानों के प्रतिनिधि मंडल के साथ जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से मीटिंग की और चंबल नहर में पानी छोड़े जाने का आश्वासन दिया। इसके अलावा, जिले में व्याप्त बिजली समस्या के निदान के लिए बिजली विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिए।
Agriculture News: कृषि प्रधान जिला श्योपुर
किसान नेता राधेश्याम मीणा मूंडला ने बताया कि श्योपुर जिला कृषि प्रधान जिला है, जहां कृषि मुख्य आय का स्रोत है और व्यापारिक गतिविधियां भी कृषि आधारित हैं। इस वर्ष जिले में 60 से 70 हजार हेक्टेयर में धान की फसल होने का अनुमान है, जिसके कारण बिजली सप्लाई पर अत्यधिक लोड है और अधिकतर फीडर ओवरलोडेड हैं। इस स्थिति में बिजली की आपूर्ति सुचारू रूप से नहीं हो पा रही है, जिससे किसानों को धान की फसल करने में कठिनाई हो रही है।
कोटा बैराज से पानी की आवश्यकता
राजस्थान के कोटा में चंबल नदी पर स्थित कोटा बैराज अपनी क्षमता का 100% भर चुका है और ओवरफ्लो पानी को चंबल नदी में छोड़ा जा रहा है। श्योपुर जिले में किसानों को धान की फसल लगाने और सिंचाई हेतु पानी की आवश्यकता है। चंबल सूक्ष्म सिंचाई परियोजना की टेस्टिंग के लिए भी चंबल नहर में पानी छोड़े जाने की आवश्यकता है।
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Agriculture News: किसानों की मांग
किसानों ने मांग की है कि चंबल दाहिनी नहर में तीन हजार से साढ़े तीन हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाए ताकि वे सुचारू रूप से धान की फसल लगा और सिंचाई कर सकें। इससे जिले में उत्पन्न बिजली समस्या का भी समाधान हो सकेगा। अन्यथा, किसानों ने क्रमिक रूप से हड़ताल, धरना-प्रदर्शन और चक्का जाम करने की चेतावनी दी है, जिसका समस्त उत्तरदायित्व शासन और प्रशासन का होगा।
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प्रदर्शन में शामिल किसान
इस अवसर पर नाथूलाल सोईं, रामेश्वर आसीदा, हरिमोहन गोहेड़ा, रामराज पच्चीपुरा, बालमुकुंद धनखेड़ा, हनुमान मूंडला, राकेश बगवाड़ा, गोरी शंकर हिरनीखेड़ा, लोकेन्द्र, कमलेश आसीदा, देवकी ढोटी, धनराज जारेला, महेश ढोटी, निरंजन ढोटी आदि किसान उपस्थित रहे।