
ऐसे पहचाने असली और नकली दूध में फर्क
Adulterated milk :भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है यहां गायों और भैंसों जैसे दुधारू पशुओं की संख्या सबसे ज्यादा है। दूध और उससे बने प्रोडक्ट की भारी डिमांड है।
इसके पीछे कारण यह है कि पिछले तीन दशकों में शहरीकरण और लोगों की आय में वृद्धि के कारण डेयरी उत्पादों का उपयोग बढ़ा है। लेकिन दूध की बढ़ती मांग के साथ मिलावटखोर भी सक्रिय हो गए हैं। प्रशासन ने जनवरी 2024 में, राजस्थान के अलवर में 3,000 लीटर मिलावटी दूध जब्त किया था, जो रिफाइंड तेल से बना था।

मिलावटी दूध (Adulterated milk) सेहत के लिए काफी खतरनाक साबित होता है। इस स्थिति में यह जानना बेहद जरूरी है कि हमारे घर में आने वाला दूध असली है या नकली। अक्सर हमारे पास सही जानकारी न होने की वजह से सिंथेटिक, मिलावटी दूध और शुद्ध दूध में फर्क करना मुश्किल है। आज काम की खबरों में हम दूध में मिलावट की बात करेंगे।
नकली दूध और असली दूध में अंतर कैसे पहचानें?
मिलावटी दूध (Adulterated milk) में न केवल शून्य पोषक तत्व होते हैं, बल्कि शरीर को गंभीर नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। मिलावटी दूध पीने से उल्टी और दस्त जैसी समस्या हो सकती है। अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक मिलावटी दूध पीता है तो उसकी किडनी और लिवर को भी नुकसान हो सकता है।
पहले हमारे पास सिर्फ दूध में पानी मिलाने की जानकारी थी, लेकिन पिछले कुछ सालों में दूध की मात्रा बढ़ाने के लिए पानी की जगह यूरिया, डिटर्जेंट, कास्टिक सोडा, माल्टोडेक्सट्रिन पाउडर की मात्रा बढ़ गई है, जो सेहत के लिए बहुत खतरनाक है।
दूध में यूरिया मिश्रण है या नहीं?
Adulterated milk : दूध में यूरिया मिलाने का उद्देश्य एसएनएफ को बढ़ाना है। एसएनएफ बढ़ाने से वसा के माध्यम से अधिक लाभ होता है। दूध में यूरिया फर्टिलाइजर होने के कारण इस दूध को लंबे समय तक पीने से किडनी या लिवर की समस्या हो सकती है।
यूरिया को जांचने के लिए एक बर्तन में थोड़ा दूध लें और उसमें सोयाबीन पाउडर डालकर अच्छी तरह मिला लें। फिर एक लाल लिटमस पेपर को दूध और सोयाबीन पाउडर के मिश्रण में पांच मिनट के लिए डुबोएं। यदि लिटमस पेपर का रंग लाल से नीले रंग में बदल जाता है तो यूरिया आपके दूध में मिला दिया गया है।
दूध में डिटर्जेंट है या नहीं?
दूध में डिटर्जेंट है या नहीं, यह जानने के लिए एक बोतल में बराबर मात्रा में दूध और पानी मिलाएं। इसके बाद बोतल को अच्छे से हिलाएं। अगर मिश्रण झागदार या गाढ़ा झाग बन जाए तो समझ लीजिए कि दूध में डिटर्जेंट मिला दिया गया है। दूध में ऑक्सीटोसिन, फॉर्मेलिन और हाइड्रोजन पेरोक्साइड जैसी चीजों की मिलावट का पता लगाने के लिए लैब टेस्टिंग जरूरी है।

दूध में पानी का मिश्रण है या नहीं?
दूध में पानी मिला है या नहीं यह जानने का सबसे आसान तरीका है कि दूध की कुछ बूंदें प्लास्टिक के सादे टुकड़े पर डालें या किसी और चीज पर। इसके बाद प्लास्टिक को थोड़ा मोड़ें, अगर दूध की बूंद सफेद निशान छोड़ते हुए धीरे-धीरे बह रही है तो इसका मतलब है कि दूध में पानी की मिलावट (Adulterated milk) नहीं है। यदि यह एक सफेद निशान नहीं छोड़ता है तो इसका मतलब है कि पानी मिश्रित हो गया है।
Adulterated milk
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